इन दिनों पेपर लीक का मामला देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. पंजाब में लुधियाना के डीएवी स्कूल में पढ़ने वाली 12वीं कक्षा की छात्रा जाह्नवी बहल ने यह दावा किया है कि उसने लुधियाना पुलिस को इस संबंध में 17 मार्च वाले दिन ही लिखित रूप में दे दिया था. उसने शिकायत में कहा था कि पेपर लीक का स्कैंडल बड़े पैमाने पर चल रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए.
जाह्नवी को इसके बारे में उसके सहयोगी छात्रों ने बताया था. जाह्नवी के मुताबिक पुलिस कमिश्नर ने इसकी जांच एडीसीपी को सौंप दी थी, लेकिन अभी तक उसे किसी ने पूछताछ के लिए बुलाया ही नहीं ताकि इस मामले में कोई सुराग मिल सके.
जाह्नवी और उसके सहपाठी छात्रों ने इस संबंध में लुधियाना की सड़कों पर उतर कर भी इस स्कैंडल के खिलाफ प्रदर्शन किया. जाह्नवी ने इस संबंध में प्रधानमंत्री को भी चिट्ठी लिख रखी है. दूसरी तरफ पुलिस इस मामले में कैमरे के सामने आकर बोलने से कतराती दिखाई दे रही है. पुलिस का कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है.
I along with few other students& a teacher started to trace the trail of the leak& got in touch with people who were leaking papers through WhatsApp. We reported this to police but no action was taken: Jhanvi Behal, Class 12th student from Ludhiana who wrote a letter to PM Modi pic.twitter.com/aefpYNWrYb
— ANI (@ANI) March 30, 2018
वहीं सीबीएसई बोर्ड के पेपर लीक हुए तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक ये पता नहीं चल पाया कि इस लीक कांड का मास्टर माइंड कौन है. दिल्ली पुलिस अब तक 60 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है, लेकिन लाखों छात्रों के गुनहगार के चेहरे से नकाब नहीं हटा पाई है. जिसको लेकर छात्रों में गुस्सा है.
इधर दिल्ली में कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के सदस्यों ने शुक्रवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के आवास की ओर मार्च करना शुरू किया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया.प्रदर्शनकारी छात्रों की मांगों की सूची में10वीं के गणित और12वीं के अर्थशास्त्र के पेपर जल्द से जल्द कराए जाने की घोषणा शामिल है.