पंजाब में नोबेल कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. कोविड-19 के मरीजों का आंकड़ा बुधवार को सौ के पार पहुंच गया है. राज्य का मोहाली जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 26 मामले सामने आए हैं. इनमें से 11 मामले अकेले डेराबस्सी के करीब जवाहरपुर गांव से सामने आए हैं. दो परिवारों के 11 सदस्यों के संक्रमित पाए जाने के बाद प्रशासन ने जवाहरपुर और पास के दो और गांवों को पूरी तरह से सील कर दिया है.
मोहाली के सिविल सर्जन डॉ मंजीत सिंह ने बताया कि अभी तक इस गांव के लोगों को हुए संक्रमण के स्त्रोत का पता नहीं चल पाया है. हालांकि, जांच जारी है. अब तक कुल 118 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिसमें से 40 लोगों में वायरस नहीं पाया गया. बाकी मामलों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.
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मोहाली के अलावा नवाशहर में सबसे ज्यादा 19 मामले हैं ,अमृतसर में 10, होशियारपुर, पठानकोट और जालंधर में 7-7 मामले सामने आए हैं. लुधियाना में 6 ,मानसा में 5, मोगा में 4 ,रूपनगर में 3 और फतेहगढ़ में 2 मामलों की पुष्टि हुई है. पटियाला, फरीदकोट, बरनाला और कपूरथला में एक-एक मामला सामने आया है.
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उधर, पंजाब सरकार ने तबलीगी जमातियों को 24 घंटे की मोहलत देकर कहा था कि वह अगर अभी तक अपनी जांच के लिए आगे नहीं आए हैं, तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में खुद को पेश करें. तबलीगी जमातियों ने राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अब तक दर्जन से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस से पीड़ित पाया गया है. इसके अलावा 22 तबलीगी जमात से जुड़े लोग अभी तक सरकार की पहुंच से बाहर हैं.