राजधानी दिल्ली समेत देशभर में गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है.
दुनिया में सबसे अधिक विविधताओं वाले देश भारत की बहुमूल्य संस्कृति और सैन्य ताकत का भव्य नजारा गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर जमीन से आसमान तक देखने को मिला.
तीनों सेनाओं, अर्धसैनिक बलों, पुलिस बल, एनसीसी कैडेटों और स्कूली बच्चों की परेड, ब्रह्मोस और अग्नि-5 सहित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस हथियार, विभिन्न प्रदेशों और मंत्रालयों की रंग बिरंगी झाकियां और बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम 64वें गणतंत्र दिवस समारोह का आकषर्ण रहे.
राजपथ के दोनों ओर टकटकी बांध कर नजारा देखने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद थे.
परेड शुरू होने से चंद मिनट पहले प्रधानमंत्री के साथ थलसेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों ने अमर शहीद जवानों को इंडिया गेट पर स्थित ‘अमर जवान ज्योति ’ पर श्रद्धांजलि दी.
दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने तिरंगा झंडा फहराया.
परंपरागत ढंग से 21 तोपों की सलामी हुई. फिर सेना के चार हेलीकाप्टरों ने राजपथ पर ऊपर आसमान में उडा़न भरी.
सारी दुनिया को भारत का दम देखने का मौका मिल रहा है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इंडिया गेट जाकर अमर जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित किए.
भारत ने शनिवार को अपना 64वां गणतंत्र दिवस समारोह मनाया.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शहर के बीचोंबीच स्थित इंडिया गेट युद्ध स्मारक पर अज्ञात सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
सर्दी का मौसम होने के बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं थी. राजपथ से लालकिले तक 8 किलोमीटर के रास्ते पर बच्चे, बूढे़ और हर खासो-आम का हुजूम जमा था.
गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने परेड की सलामी ली.
समारोह स्थल पर उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे.
उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, रक्षा मंत्री एके एंटनी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सहित सरकार के तमाम मंत्री, विभिन्न देशों के राजनयिक, आला अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक इस मौके पर मौजूद थे.
गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई अनहोनी न होने पाये, इसके लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया था.
तीनों सेना प्रमुखों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री के प्रथम विश्व युद्ध के स्मारक इंडिया गेट पर पहुंचने पर वहां रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने उनका स्वागत किया.
प्रधानमंत्री ने अमर जवान ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद दो मिनट का मौन रखा गया.
इसके बाद प्रधानमंत्री ने विजिटर्स बुक में हस्ताक्षर किए और फिर गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि भूटान नरेश जिग्मे केसर नामग्येल वांगचुक व अन्य मेहमानों के स्वागत के लिए राजपथ पर आगे बढ़े.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी ने मुख्य अतिथि भूटान नरेश जिग्मे खेसर नांग्येन वांगचुक का स्वागत किया. इस दौरान तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद थे.
एक हेलीकॉप्टर पर तिरंगा और बाकी तीन पर थलसेना, नौसेना और वायुसेना के ध्वज लहरा रहे थे. इन हेलीकाप्टरों ने राजपथ पर पुष्पवर्षा की.
गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पूरे उत्साह में नजर आए.
64वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पूरा देश उत्साह में है. दिल्ली में राजपथ से लालकिले तक देश की ताकत और अखंडता का प्रदर्शन हो रहा है.
सुबह से ही राजपथ के दोनों ओर इस राष्ट्रीय पर्व को मनाने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद थे.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान की धुन के साथ ही गणतंत्र दिवस की भव्य परेड राजपथ से लालकिले के लिए शुरू हुई.
परेड के मुख्य अतिथि भूटान के राजा जिग्मे खेसर वांगचुक हैं.
अमर जवान ज्योति पर शहीदों को नमन करते हुए उनकी कुर्बानी को याद किया गया.
सबसे पहले सेना के चार हेलीकॉप्टरों ने राजपथ के ऊपर आकाश में उडा़न भरी.
परेड समारोह के अवसर पर देश की तीनों सेनाओं के अध्यक्ष उत्साह के साथ मौजूद थे.