scorecardresearch
 
Advertisement
भारत

क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल

क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 1/11
क्रिकेट और कॉन्ट्रोवर्सी का रिश्ता तो बहुत पुराना है. क्रिकेट के मैदान पर जब खिलाड़ी खेलते हैं कॉन्ट्रोवर्सी तब भी होती हैं और जब वो संन्यास ले लेते हैं तो उसके बाद भी ये सिलसिला जारी रहता है. क्रिकेट इतिहास में पूर्व क्रिकेटरों की ऐसी किताबें जिन्होंने दिया विवादों को जन्म. इस लिस्ट में सबसे ताजा उदाहरण मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की ऑटोबॉयोग्राफी 'प्लेइंग इट माई वे' है.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 2/11
तेंदुलकर ने अपनी कितान 'प्लेइंग इट माई वे' में एक बड़ा खुलासा किया है. तेंदुलकर ने टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल पर तीखा हमला करते हुए लिखा है कि चैपल का व्यवहार एक रिंग मास्टर की तरह था और वह अपनी बात खिलाड़ियों पर थोपते थे. तेंदुलकर ने खुलासा किया है कि चैपल ने 2007 वर्ल्‍ड कप से कुछ महीने पहले उन्हें राहुल द्रविड़ की जगह टीम इंडिया की कप्तानी संभालने का सुझाव दिया था. उन्‍होंने किताब में लिखा है कि चैपल ने उनके घर पर आकर उनसे कहा था कि हम दोनों मिलकर सालों तक भारतीय क्रिकेट पर राज कर सकते हैं. तेंदुलकर के मुताबिक चैपल को इस बात की तनिक भी परवाह नहीं रहती थी कि उनके इस व्‍यवहार से खिलाड़ी सहज महसूस कर रहे हैं या नहीं.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 3/11
मैट प्रायर, जेम्स एंडरसन और ग्रीम स्वान के साथ कोच एंडी फ्लावर पर सामंती रवैया अपनाने और गलती करने पर साथी खिलाड़ियों को माफी मांगने के लिए मजबूर करने के आरोपों के बाद धाकड़ बल्लेबाज केविन पीटरसन की जीवनी 'केपी' सुर्खियों में बनी हुई है. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी क्रिकेटर की जीवनी को लेकर विवाद मचा हो. एक नजर उन किताबों पर जिनके चलते मैदान के बाहर जमकर हंगामा हुआ.
Advertisement
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 4/11
इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर जिम लेकर के 1958-59 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर संन्यास की घोषणा के बाद 1960 में उनकी जीवनी 'ओवर टू मी' आई. जिम की इस बॉयोग्राफी की सरे और इंग्लैंड टीम में उनके कप्तान पीटर मे ने कड़ी आलोचना की. 'ओवर टू मी' में फ्रेडी ब्राउन (जो कि 1958-59 के दौरे पर टीम के मैनेजर थे) की भी कड़ी आलोचना की गई थी. जिम लेकर टेस्ट मैच की एक पारी में दस विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज थे. बाद में जंबो अनिल कुंबले ने दिल्ली में पाकिस्तान के खिलाफ इस रिकॉर्ड तोड़ा था.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 5/11
दुनिया के महानतम गेंदबाजों में से एक डेनिस लिली ने भी अपनी जीवनी 'बैक टू द मार्क' के पहले खंड में खुलासे कर सुर्खियां बटोरीं. विरोधी टीमों के खिलाफ अपने रुख की चर्चा करते हुए लिली ने लिखा, 'जब मैं बाउंसर करता था, तो मेरा मकसद विपक्षी खिलाड़ी की पसलियों पर प्रहार करना होता था. और इस तरह मैं चाहता था कि उसे इतना घायल कर दूं कि वह फिर बल्लेबाजी ना कर पाए.'
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 6/11
'सेव द लास्ट बॉल फॉर मी...' न्यूजीलैंड के गेंदबाज क्रिस पिंगल की इस किताब को कोई नहीं पूछता. लेकिन 1998 में छपकर आई इस किताब में एक पाठ था 'व्हेन इन रोम'. 1990 के पाकिस्तान दौरे का जिक्र करते हुए गेंद के साथ छेड़खानी वाले 'प्रिंगल प्रकरण' के चलते यह किताब सुर्खियों में रही. इस दौरे पर फैसलाबाद टेस्ट में प्रिंगल ने 152 रन देकर 11 विकेट हासिल किए जबकि बाकी के टेस्टों में उन्हें केवल 19 विकेट मिले.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 7/11
1966 में हठी कंगारू कप्तान (जो बाद में ऑस्ट्रेलिया का कोच भी हुआ) बॉब सिम्पसन की जीवनी 'कैप्टन स्टोरी' आई और बवाल मच गया. बेबाक 'कैप्टन स्टोरी' को संदिग्ध एक्शन पर लिखे गए पैराग्राफ के चलते कंगारू तेज गेंदबाज इयान मैकिफे की कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 8/11
2010 में दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हर्शल गिब्स की जीवनी 'टू द प्वाइंट' आई. जाहिर है फील्ड से बाहर के कारनामों को लेकर यह किताब अपने अंदाज में बेबाक थी. गिब्स ने अपने साथियों के बारे में बराबर शब्द खर्च किए थे. पूर्व ओपनर के ज्यादातर साथियों ने इसे स्वीकार भी किया लेकिन हाल ही में प्रोटेस के पूर्व ओपनर ने खुलासा किया कि ग्रीम स्मिथ और जैक कैलिस इससे खुश नहीं थे. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि कप्तान और महान आलराउंडर को नाराज करने के बाद गिब्स फिर कोई टेस्ट नहीं खेल पाए.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 9/11
91 टेस्ट खेलने वाले केंट के स्टंपर गॉडफ्रे इवांस ने अपने संन्यास को 'द ग्लोव्स आर ऑफ' के नाम से बेचा. इस किताब को थोड़ी लोकप्रियता भी मिली, लेकिन इसने एमसीसी को नाराज कर दिया.
Advertisement
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 10/11
1995 में संन्यास के बाद मार्टिन क्रो ने दो किताबें लिखीं. इनमें से एक उनकी आधिकारिक कहानी थी 'आउट ऑन ए लिम्ब' और दूसरी अनाधिकारिक तौर पर थी 'टॉर्चर्ड जीनियस', जिसे जोसेफ रोमैनोस ने लिखी थी. उम्मीद के मुताबिक लिली ने दूसरी किताब को खारिज कर दिया. हालांकि बाद में लिली ने जब अपनी आधिकारिक कहानी लिखनी शुरू की, तो रोमैनोस को सहायक के तौर पर रखा. बाद में क्रो ने स्वीकार करते हुए कहा कि रोमैनोस की लिखी किताब उनके जीवन के बारे में ज्यादा तथ्यपूर्ण और सटीक है.
क्रिकेट की दुनिया में इन किताबों ने मचाया बवाल
  • 11/11
1932-33 की बॉडीलाइन सीरीज के बाद कई किताबें प्रकाशित हुई और इनमें से एक थी डगलस जॉरडाइन की 'इन क्वेस्ट ऑफ द एशेज'. 1933 में आई इस किताब में बॉडीलाइन को कोई जिक्र तक नहीं था. हालांकि इसमें 'लेग थियरी' पर एक पाठ था, जिसे उन्होंने गेंदबाजी की सबसे महत्वपूर्ण स्किल करार दिया था.
Advertisement
Advertisement