चार दशक के करियर में जनरल बिपिन रावत की वर्किंग स्टाइल एकदम अलग रही।2016 में सेना अध्यक्ष बनने के बाद से लेकर CDS के सफर तक जनरल बिपिन रावत कई बदलाव के लिए जाने जाते रहे. सबसे बड़ा बदलाव जो वो लाने वाले थे, वो अगले साल तक थिएटर कमांड बनाना. यानी भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेनाओं को एक छाते के नीचे लाना।चार नए थिएटर कमांड बनाने पर बिपिन रावत काम कर रहे थे. रावत जिस थिएटर प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे, वो प्रोजेक्ट चीन और पाकिस्तान से आने वाले खतरों से निपटने में अहम रोल अदा करेगा।दरअसल थिएटर कमांड्स का सबसे सही इस्तेमाल युद्ध के दौरान तब होता है, जब भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेना प्रमुखों के बीच तालमेल होती है. थिएटर कमांड्स से बनी रणनीतियों के अनुसार दुश्मन पर अचूक वार करना आसान हो जाता है. तीनों सेनाओं के संसाधनों और हथियारों का इस्तेमाल एक साथ किया जा सकता है.
General Bipin Rawat's working style was completely different in a career spanning four decades. Since becoming the Army Chief in 2016, General Bipin Rawat has been known for many changes from the journey of CDS. The biggest change he was about to bring was the creation of a theater command by next year.