पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को एशियाई खेलों के लिए ट्रायल के बिना ही मिली सीधी एंट्री को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के इस फैसले के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका पर शनिवार को फैसला आएगा.
दिल्ली हाईकोर्ट पहलवान अमित पंघाल और सुजीत कलकल की याचिका पर शनिवार को सुनाएगा क्योंकि रेसलर्स के ट्रायल रविवार को खत्म हो रहे हैं. हाईकोर्ट ने इस मामले पर फैसला रिजर्व करते हुए कहा था कि हम कुश्ती के विशेषज्ञ नहीं हैं लिहाजा इस बात का फैसला तो नहीं करेंगे कि बेहतर पहलवान कौन है? हम तो सिर्फ यह देखेंगे कि प्रक्रिया का पालन हुआ है या नहीं.
बता दें कि विनेश और बजरंग को एशियन गेम्स के ट्रायल में मिली छूट के खिलाफ पहलवान अमित पंघाल और सुजीत कलकल ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. अमित और सुजीत की इस याचिका पर गुरुवार को पहली सुनवाई हुई थी, जिसमें हाईकोर्ट ने एडहॉक कमेटी से पूछा था कि आखिर किस वजह से बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को ट्रायल्स से छूट दी गई है. भारतीय कुश्ती महासंघ को 23 जुलाई को पहलवानों के नामों की सूची को ओसीओ को भेजनी है.
विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को मिली ट्रायल में छूट को लेकर यह सवाल उठ रहे हैं कि कुश्ती संघ ने नियमों को ताक पर रखा है. इसे लेकर साक्षी मलिक ने भी नाराजगी जताई है. साक्षी ने कहा है कि एशियन गेम्स के लिए कुछ पहलवानों को बिना ट्रायल के भेजा जा रहा है, मुझे भी इसके लिए एक ईमेल करने को कहा गया था, लेकिन मैंने साफ इनकार कर दिया. यह पहलवानों में फूट डालने की कोशिश है.
साक्षी समेत 3 पहलवानों के नहीं मिली थी छूट
हालांकि, तदर्थ समिति ने विरोध करने वाले 4 अन्य पहलवानों साक्षी मलिक, उनके पति सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र किन्हा और बजरंग की पत्नी संगीता फोगाट को किसी तरह की छूट नहीं दी है. एशियन गेम्स इस बार 23 सितंबर से चीन के हांगझोउ में होने वाले हैं. इसके लिए कुश्ती टीम का चयन करने के लिए ट्रायल 22 जुलाई से होने हैं. तदर्थ समिति ने इन ट्रायल से ठीक 4 दिन पहले यह निर्णय लिया.
मामले में नेशनल कोच को नहीं थी कोई जानकारी
बजरंग और विनेश को छूट देने के मामले में पुरुषों के फ्रीस्टाइल राष्ट्रीय कोच जगमंदर सिंह और महिलाओं के राष्ट्रीय कोच वीरेंद्र दहिया को कोई खबर तक नहीं है. उन्हें अंधेरे में रखा गया है. इस पर जगमंदर ने कहा, 'मुझे इस बात की जानकारी भी नहीं है कि ऐसा कोई निर्णय लिया गया है. तदर्थ समिति ने हमें बैठकों के लिए बुलाना बंद कर दिया था. हमने ऐसी कोई सिफारिश नहीं की है, हमने सभी श्रेणियों में ट्रायल कराने का समर्थन किया है.'
दाहिया ने कहा, 'हमें नहीं पता कि बजरंग और विनेश किस स्थिति में हैं. उन्होंने पिछले आठ महीनों में प्रतिस्पर्धा नहीं की है. आपको गति, ताकत, वजन के बारे में प्रतियोगिताओं के दौरान ही पता चलता है. उन्होंने काफी समय से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं की है. पिछले साल राष्ट्रमंडल खेल और विश्व चैम्पियनशिप के बाद हमने उन्हें खेलते हुए नहीं देखा है.'
बृजभूषण के खिलाफ जमकर चला विरोध
बता दें कि बजरंग और विनेश समेत कई भारतीय स्टार पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) और उसके पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. यह लड़ाई काफी लंबी चली. 6 बालिग महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए. इसको लेकर कोर्ट में केस भी चल रहा है.
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी. मामले में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी है. उनकी सामान्य जमानत पर कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी.