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पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे मॉरीशस के प्रधानमंत्री, गंगा में किया ससुर का अस्थि विसर्जन

G-20 सम्मेलन के बाद मॉरीशस के पीएम प्रविंद जुगनाथ सपरिवार सोमवार को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. यहां गंगा घाट पर पुरोहितों ने अस्थि संचय की पूजा कराई. लगभग आधे घंटे तक चली पूजा के दौरान न केवल मॉरीशस के पीएम, उनकी पत्नी और साले भी मौजूद थे.

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पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र पहुंचे मॉरीशस के प्रधानमंत्री
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र पहुंचे मॉरीशस के प्रधानमंत्री

G-20 सम्मेलन के खत्म होने के बाद मॉरीशस के पीएम प्रविंद जुगनाथ सपरिवार पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. जहां उन्होंने अपने ससुर के अस्थि कलश विसर्जन और उससे संबंधित तमाम पूजा-पाठ में हिस्सा लिया और पूरे हिंदू संस्कार के साथ परंपरा का निर्वहन किया. G-20 सम्मेलन खत्म होने के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री सोमवार दोपहर वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. जहां पर उनका भव्य स्वागत हुआ. 

गंगा घाट पर की पूजा
इसके बाद पूरे रास्ते उनका पारंपरिक लोक गीत-नृत्य के जरिये भी अभिवादन हुआ. कुछ देर होटल में आराम करने के बाद मॉरीशस के प्रधानमंत्री सपरिवार दशाश्वमेध घाट पर पहुंचे. जहां पर उनके साले की तरफ से मुख्य रूप से पूजा में हिस्सा लिया गया. गंगा घाट पर पुरोहितों ने अस्थि संचय की पूजा कराई. लगभग आधे घंटे तक चली पूजा के दौरान न केवल मॉरीशस के पीएम, उनकी पत्नी और साले भी मौजूद थे. 

ससुर की अस्थियों का कलश किया विसर्जित
अस्थि संचय पूजन के बाद मॉरीशस के पीएम, उनके साले और अन्य के साथ नौका पर सवार हुए और फिर मणिकर्णिका घाट के सामने बीच धारा में ले जाकर अपने ससुर की अस्थि कलश का विसर्जन कर दिया. वापस दशाश्वमेध घाट पहुंचने पर पुरोहितों ने उनकी शुद्धि कराई.

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जानकारी के मुताबिक, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ सोमवार को वाराणसी पहुंचे थे. दशाश्वमेध घाट पर उन्होंने अपने ससुर की आत्मा की शांति के लिए अनुष्ठान किया. इस दौरान उन्होंने पूरी तरह से भारतीय पारंपरिक वैदिक रीति का पालन किया. पिंडदान के बाद मंत्रोच्चारण के साथ ही उन्होंने संकल्प आदि भी लिए. इसके बाद वह मणिकर्णिका घाट पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने गंगा में अस्थियों का विसर्जन किया.

काशी विश्वनाथ मंदिर में भी किए दर्शन
इसके बाद मॉरीशस पीएम ने काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर रुख किया और यहां भी उन्होंने पूजा-अर्चना की. विश्वनाथ धाम में उन्होंने यहां पर 30 मिनट तक पूजा की. मंदिर में 60 बटुकों और डमरु दल ने मंत्रोचार के बीच डमरू बजाकर स्वागत किया. मंदिर आगमन पर मॉरीशस पीएम को स्मृति चिह्न के रूप में काष्ठ मॉडल भी भेंट किया गया. 

विधिवत कर्म से हुआ पिंडदान
इस दौरान पूजा कराने वाले पुरोहित रोहित पांडेय ने बताया कि सारे कर्म मॉरीशस के पीएम के साले साहब ने किया है. पहले अस्थि संचय हुआ फिर मणिकर्णिका घाट जाकर अस्थियों का विसर्जन हुआ. फिर वापस आ गए. पुरोहितों ने बताया कि पूरे हिंदू रीति-रिवाज के साथ पूजन हुई है और सभी ने अपनी परंपराओं को निभाया है. हमारे हिंदू परंपरा को वे अपने देश में बढ़ा रहें हैं, ये बड़ी बात है. इस दौरान स्वस्ति वाचन और पिंडदान का भी विधिवत कर्म हुआ. 

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