जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सैन्यबलों ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. सेना ने इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और सीमा पार के पंजाब प्रांत में नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था. इस ऑपरेशन को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. केंद्र की सत्ता पर काबिज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी इस ऑपरेशन की सफलता का जश्न मना रही है, देशभर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है. वहीं, अब विपक्षी दल इस ऑपरेशन की सफलता पर सवाल उठाने लगे हैं.
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ऑपरेशन सिंदूर को एक विफलता बताते हुए कहा कि यह राष्ट्रहित से जुड़ा विषय है, इसलिए हम इस पर ज्यादा बात नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा कि पहलगाम में हमारे 26 मासूम लोग मारे गए. ऑपरेशन सिंदूर करने की जरूरत पड़ी क्योंकि पहलगाम हमले में हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा गया था. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि अमित शाह को इसका प्रायश्चित करना चाहिए और पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
यह भी पढ़ें: ओवैसी, शशि थरूर और अभिषेक बनर्जी... जानिए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विदेश जाकर क्या कह रहे हैं भारतीय सांसद
संजय राउत ने सरकार से सवाल किया कि पहलगाम के आतंकी कहां गए? क्या गुजरात में छिपाया है उन आतंकियों को? क्या दाहोद में छिपाया है आतंकियों को? शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत के बाद उत्तर प्रदेश की सहारनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद ने भी इसी मुद्दे पर सरकार को घेरा है. इमरान मसूद ने सवालिया लहजे में कहा कि पहलगाम के आतंकी कहां गए? उनको आसमान खा गया या धरती निगल गई? उन्होंने कहा कि सरकार को जवाब देना होगा कि वो पहलगाम के आतंकी कहां गए.
यह भी पढ़ें: पहलगाम का दर्द, सेना का पराक्रम और ऑपरेशन सिंदूर... आर्मी ने पहली बार जारी कीं कमांड सेंटर के अंदर की तस्वीरें
इमरान मसूद ने कहा कि सेना ने गोले तो दाग दिए थे. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में तिरंगा फहराना था, लेकिन सेना को पीएम मोदी ने रोक दिया. गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ऑपरेशन सिंदूर को छिटपुट युद्ध बताया था. भारत और पाकिस्तान के बीच करीब चार दिन तक चले युद्ध जैसे हालात के बाद दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) में बात हुई. डीजीएमओ स्तर की इस बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का ऐलान कर दिया गया था.