लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कोलंबिया में कहा कि भारत में लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं. लोकतंत्र में अलग-अलग विचारों को जगह देनी चाहिए. कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या भारत और चीन अगले 50 वर्षों में विश्व का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं? इसके जवाब में राहुल ने कहा कि चीन के बारे में तो नहीं पता, लेकिन मुझे नहीं लगता कि भारत खुद को दुनिया का नेतृत्व करने वाला मानता है.
बता दें कि राहुल गांधी मोदी सरकार पर लगातार तीखा हमला कर रहे हैं. वोटचोरी का मुद्दा हो, बिहार में SIR की प्रक्रिया हो या लद्दाख में सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी का मुद्दा हो... कांग्रेस नेता केंद्र पर हमलावर हैं. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लद्दाख के लोगों से विश्वासघात करने का आरोप लगाया और लद्दाख में पुलिस फायरिंग में मारे गए 4 प्रदर्शनकारियों की मौत की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की थी.
लेह में पुलिस फायरिंग में मारे गए लोगों में कारगिल युद्ध के पूर्व सैनिक का बेटा भी शामिल था. इस पर कांग्रेस ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि सियाचिन और कारगिल युद्ध में सेवा कर चुके थारचिन जैसे देशभक्त के बेटे को गोलियों से मार दिया गया. राहुल गांधी ने पोस्ट कर कहा था कि पिता सेना में, बेटा सेना में – देशभक्ति इनके खून में है, लेकिन बीजेपी सरकार ने इस वीर बेटे को गोली मार दी, सिर्फ इसलिए कि वह लद्दाख और अपने हक के लिए खड़ा हुआ था.
सामने आई कंगना रनौत की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के कोलंबिया में दिए बयान पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि वह एक कलंक हैं, सब जानते हैं कि वह हर जगह देश को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, देश की आलोचना कर रहे हैं. अगर वह देश की आलोचना कर रहे हैं, कह रहे हैं कि यहां के लोग झगड़ालू हैं, यहां के लोग ईमानदार नहीं हैं, तो इन सब बातों से वो यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत के लोग नासमझ हैं. अगर वे यही कहना चाहते हैं, तो मैं उन्हें कलंक कहती हूं. वह हमेशा देश को बदनाम करते हैं, और देश भी उनसे शर्मिंदा है.
अर्जुनराम मेघवाल ने किया पलटवार
राहुल गांधी के बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि देश की संवैधानिक संस्थाओं को विदेशों में बदनाम करना राहुल गांधी की आदत बन गई है.देश की जनता इस व्यवहार को स्वीकार नहीं करती.