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'आपातकाल पर टिप्पणी राजनीति से प्रेरित...', स्पीकर से मिले राहुल गांधी, इमरजेंसी पर दर्ज कराया विरोध

वेणुगोपाल ने कहा, "यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसके दौरान राहुल गांधी ने सदन में अध्यक्ष द्वारा आपातकाल लागू किए जाने का मुद्दा भी उठाया." उन्होंने आगे कहा, "अध्यक्ष ने राहुल गांधी को विपक्ष का नेता घोषित किया और उसके बाद, वह अन्य इंडिया ब्लॉक सहयोगी नेताओं के साथ अध्यक्ष से मिले."

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राहुल गांधी ने स्पीकर से की मुलाकात
राहुल गांधी ने स्पीकर से की मुलाकात

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से उनके कक्ष में मुलाकात की और सदन में उनके द्वारा किए गए आपातकाल के संदर्भ पर अपनी नाराजगी व्यक्त की. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संसद में बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, राहुल गांधी ने कहा कि यह "स्पष्ट रूप से राजनीतिक" था और मामले को टाला जा सकता था. बैठक में राहुल गांधी के अलावा समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव, राजद सांसद मीसा भारती और एनसीपी शरद पवार गुट की नेता सुप्रिया सुले शामिल हुईं.

राहुल गांधी ने स्पीकर से की शिष्टाचार मुलाकात
वेणुगोपाल ने कहा, "यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसके दौरान राहुल गांधी ने सदन में अध्यक्ष द्वारा आपातकाल लागू किए जाने का मुद्दा भी उठाया." उन्होंने आगे कहा, "अध्यक्ष ने राहुल गांधी को विपक्ष का नेता घोषित किया और उसके बाद, वह अन्य इंडिया ब्लॉक सहयोगी नेताओं के साथ अध्यक्ष से मिले." बुधवार को, ओम बिड़ला ने लगातार दूसरी बार अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, 25-26 जून, 1975 की रात को आपातकाल लगाए जाने की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पढ़ा और कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.

राष्ट्रपति मुर्मू ने भी किया आपातकाल का जिक्र
ओम बिड़ला ने "आपात काल" के दौरान अपनी जान गंवाने वाले नागरिकों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा. उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल दिया गया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंट दिया गया. जैसे ही बिड़ला ने बयान पढ़ा, कांग्रेस सदस्य सदन के वेल में आ गए, जिससे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. आपातकाल का जिक्र राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद की संयुक्त बैठक में अपने संबोधन के दौरान भी किया था. राष्ट्रपति ने आपातकाल को संविधान पर "सबसे बड़ा हमला" और देश के इतिहास का "सबसे काला अध्याय" बताया.

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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बने राहुल गांधी
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सदन में नेता प्रतिपक्ष के रूप में आधिकारिक रूप से मान्यता दे दी. राहुल गांधी का नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नौ जून, 2024 से प्रभावी रहेगा. वह इस बार लोकसभा में उत्तर प्रदेश के रायबरेली का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने मंगलवार को लोकसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) भर्तृहरि महताब को पत्र भेजकर कांग्रेस के इस फैसले के बारे में उन्हें अवगत कराया था कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष होंगे.

बधाई देने वाले नेताओं का जताया आभार
राहुल गांधी ने बधाई देने वाले नेताओं का आभार जताया और कहा कि उनके लिए यह अधिकारों की लड़ाई लड़ने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा, 'देश की जनता, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और 'इंडिया' के सहयोगियों का मुझ पर भरोसा जताने के लिए दिल से धन्यवाद. विपक्ष का नेता सिर्फ एक पद नहीं है, यह आपकी आवाज बनकर आपके हितों और अधिकारों की लड़ाई लड़ने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है.'

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