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पीएम मोदी बोले- लोकमान्य तिलक पुरस्कार पाकर भावुक हूं, अवॉर्ड मिलने से जिम्मेदारी बढ़ जाती है

पीएम ने कहा, हमें जब कोई अवॉर्ड मिलता है, तो उसके साथ ही हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ती है. और जब उस अवॉर्ड से तिलक जी का नाम जुड़ा हो, तो दायित्वबोध और भी कई गुना बढ़ जाता है. मैं लोकमान्य तिलक नेशनल अवॉर्ड 140 करोड़ देशवासियों को समर्पित करता हूं. 

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लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी
लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुए पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंगलवार को पुणे में लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. तिलक स्मारक ट्रस्ट की ओर उन्हें ये अवॉर्ड दिया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने अवॉर्ड की राशि को नमामि गंगे योजना में देने का ऐलान किया. खास बात ये रही कि एनसीपी चीफ शरद पवार भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने और उन्होंने पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया. 

खास बात ये रही कि विपक्षी एकता की कवायद और एनसीपी में फूट के बाद शरद पवार ने पहली बार पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हालचाल भी लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, शिवाजी महाराज ने अपना साम्राज्य बनाया. लेकिन उन्होंने किसी की जमीन नहीं छीनी. 

शिवाजी के शासन में हुई पहली सर्जिकल स्ट्राइक- पवार

पवार ने कहा, अब सर्जिकल स्ट्राइक पर चर्चा हो रही है. लेकिन लाल महल में पहली सर्जिकल स्ट्राइक शिवाजी महाराज के समय में हुई थी. जब लोकमान्य ने पुणे में प्रवेश किया तो उन्होंने एक माहौल बनाया कि यदि ब्रिटिश बेड़ियां तोड़नी हैं तो आम लोगों को जागना होगा.

मेरे लिए आज का दिन बहुत अहम- पीएम मोदी

वहीं, पीएम मोदी ने कहा, आज का ये दिन मेरे लिए बहुत अहम है. मैं यहां आकर जितना उत्साहित हूं, उतना ही भावुक भी हूं. उन्होंने कहा, आज हम सबके आदर्श और भारत के गौरव बाल गंगाधर तिलक जी की पुण्यतिथि है. साथ ही आज अन्ना भाऊ साठे जी की जन्मजयंती भी है. 

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उन्होंने कहा, लोकमान्य तिलक जी तो हमारे स्वतंत्रता इतिहास के माथे के तिलक हैं, साथ ही अन्ना भाऊ ने भी समाज सुधार के लिए जो योगदान दिया, वो अप्रतिम है, असाधारण है. मैं इन दोनों ही महापुरुषों के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं. 

पीएम मोदी ने कहा, ये पुण्यभूमि छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती है. ये चाफेकर बंधुओं की पवित्र धरती है. इस धरती से ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले की प्रेरणाएं और आदर्श जुड़े हैं. जो जगह, जो संस्था सीधे तिलक जी से जुड़ी रही हो, उसके द्वारा लोकमान्य तिलक नेशनल अवॉर्ड मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैं इस सम्मान के लिए हिंद स्वराज्य संघ और आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. 

पीएम ने देशवासियों को समर्पित किया अवॉर्ड 

पीएम ने कहा, हमें जब कोई अवॉर्ड मिलता है, तो उसके साथ ही हमारी जिम्मेदारी भी बढ़ती है. और जब उस अवॉर्ड से तिलक जी का नाम जुड़ा हो, तो दायित्वबोध और भी कई गुना बढ़ जाता है. मैं लोकमान्य तिलक नेशनल अवॉर्ड 140 करोड़ देशवासियों को समर्पित करता हूं. 

प्रधानमंत्री ने कहा, अंग्रेजों ने धारणा बनाई थी कि भारत की आस्था, संस्कृति, मान्यताएं, ये सब पिछड़ेपन का प्रतीक हैं. लेकिन तिलक जी ने इसे भी गलत साबित किया. इसलिए भारत के जनमानस ने न केवल खुद आगे आकर तिलक जी को लोकमान्यता दी, बल्कि लोकमान्य का खिताब भी दिया. इसलिए महात्मा गांधी ने उन्हें आधुनिक भारत का निर्माता भी कहा.

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हमें सबको साथ लेकर आगे बढ़ना है- पीएम

पीएम मोदी ने कहा, एक महान नेता वो होता है जो एक बड़े लक्ष्य के लिए न केवल खुद को समर्पित करता है, बल्कि उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संस्थाएं और व्यवस्थाएं भी तैयार करता है. इसके लिए हमें सबको साथ लेकर आगे बढ़ना होता है. सबके विश्वास को आगे बढ़ाना होता है. लोकमान्य तिलक के जीवन में हमें ये सारी खूबियां दिखती हैं. 

उन्होंने कहा, एक महान नेता वो होता है जो एक बड़े लक्ष्य के लिए न केवल खुद को समर्पित करता है, बल्कि उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संस्थाएं और व्यवस्थाएं भी तैयार करता है. इसके लिए हमें सबको साथ लेकर आगे बढ़ना होता है. सबके विश्वास को आगे बढ़ाना होता है. लोकमान्य तिलक के जीवन में हमें ये सारी खूबियां दिखती हैं. 

पीएम मोदी ने कहा, लोकमान्य तिलक को अंग्रेजों ने जेल में डाला, उन पर अत्याचार हुए. उन्होंने आजादी के लिए त्याग और बलिदान की पराकाष्ठा की, लेकिन साथ ही उन्होंने टीम स्पिरिट के, सहभाग और सहयोग के अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किए. 

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