दिल्ली में सोमवार को हुई एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को संबोधित किया. बैठक के दौरान एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन का औपचारिक परिचय कराया गया और प्रधानमंत्री ने उन्हें सम्मानित भी किया. संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग में आयोजित इस बैठक में राधाकृष्णन मौजूद रहे और उन्होंने सांसदों से मुलाकात की.
'राधाकृष्णन राजनीति में खेल नहीं करते'
राधाकृष्णन के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह ओबीसी समाज से आते हैं और एक जमीनी, सहज नेता हैं. पीएम ने कहा कि राधाकृष्णन राजनीति में खेल नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री ने विपक्ष से अपील की कि वे एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करें ताकि उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से हो.
पीएम मोदी ने उठाया सिंधु जल संधि का मुद्दा
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विभिन्न दलों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं और कोशिश है कि इस चुनाव में आम सहमति बने. अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधु जल संधि का मुद्दा भी उठाया और कहा कि नेहरू ने एक बार देश का बंटवारा किया और सिंधु जल समझौते के जरिए देश का पानी पाकिस्तान को देकर दूसरा बंटवारा भी कर दिया.
'नेहरू ने पाकिस्तान को सौंप दिए भारत के 80 फीसदी जल संसाधन'
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि इस समझौते से भारत के 80 फीसदी जल संसाधन पाकिस्तान को सौंप दिए गए, जिससे किसानों के हितों पर बड़ा आघात पहुंचा. उन्होंने कहा कि बाद में नेहरू ने खुद अपने सचिव के माध्यम से स्वीकार किया था कि इस समझौते से कोई फायदा नहीं हुआ. प्रधानमंत्री ने इसे किसान विरोधी संधि बताते हुए कहा कि इसका नुकसान आज तक देश को झेलना पड़ रहा है.