फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर . मार्कोस जूनियर ने सोमवार को भारत की पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर आए हैं, जहां नई दिल्ली पहुंचने पर विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने उनका स्वागत किया. अपनी यात्रा के दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.
उनके नई दिल्ली पहुंचने की जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि फिलीपींस के राष्ट्रपति माबुहाय फर्डिनेंड आर. मार्कोस जूनियर अपनी पहली राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली आए हैं, जहां पबित्रा मार्गेरिटा ने उनका जोरदार स्वागत किया.
'2022 में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद पहली भारत यात्रा'
उन्होंने कहा कि भारत और फिलीपींस अपनी राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. ये यात्रा भारत-फिलीपींस संबंधों को और मजबूत करेगी. ये यात्रा मार्कोस की 2022 में फिलीपींस के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद भारत की पहली यात्रा है.
विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है.
विदेश मंत्रालय ने पहले कहा था कि फिलीपींस गणराज्य के राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली यात्रा है. मंत्रालय ने बताया कि अपनी यात्रा के पहले दिन राष्ट्रपति मार्कोस शाम को विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी करेंगे मुलाकात
उनकी भारत यात्रा 4 से 8 अगस्त तक होगी, जिसके दौरान वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे और 5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने 31 जुलाई को एक बयान में कहा कि यह यात्रा दोनों नेताओं के लिए भविष्य के द्विपक्षीय सहयोग का मार्ग निर्धारित करने तथा आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत करने का एक अवसर है.
बेंगलुरु भी जाएंगे मार्कोस
विदेश मंत्रालय ने कहा था, 'उनके साथ प्रथम महिला मैडम लुईस अरनेटा मार्कोस और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आएगा, जिसमें कई कैबिनेट मंत्री, अन्य गणमान्य व्यक्ति और वरिष्ठ अधिकारी तथा व्यापारिक प्रतिनिधि शामिल होंगे.' राष्ट्रपति मार्कोस 8 अगस्त को फिलीपींस लौटने से पहले बेंगलुरु भी जाएंगे.
बता दें कि भारत और फिलीपींस के बीच राजनयिक संबंध नवंबर 1949 में स्थापित हुए थे. भारत की 'लुक ईस्ट' नीति (जो बाद में 'एक्ट ईस्ट' नीति में तब्दील हुई) ने दोनों देशों के बीच संबंधों को नई गति दी. दोनों देश व्यापार, निवेश, रक्षा, समुद्री सहयोग, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स और डिजिटल प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में मजबूत साझेदारी साझा करते हैं. भारत की एक्ट ईस्ट नीति, विजन महासागर और इंडो-पैसिफिक दृष्टिकोण में फिलीपींस एक महत्वपूर्ण साझेदार है.