प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद तमिलनाडु की सियासत गरमा गई है. पीएम ने तमिलनाडु के मंदिरों पर राज्य सरकार का कब्जा होने का तंज कसा तो सीएम एमके स्टालिन ने पलटवार किया है. स्टालिन ने कहा, दो दिन पहले पीएम मोदी ने तेलंगाना में तमिलनाडु के मंदिरों को लेकर बात कही थी. वो जहां भी बोलते हैं, चाहे मध्य प्रदेश हो, अंडमान या तेलंगाना... वो तमिलनाडु के बारे में बोलते हैं. पीएम, तमिलनाडु को भूल नहीं पा रहे हैं.
एक कार्यक्रम में सीएम एमके स्टालिन ने कहा, पीएम ने कहा है कि डीएमके तमिलनाडु में हिंदू मंदिरों को नियंत्रित कर रही है और मंदिर की संपत्तियों का दुरुपयोग कर रही है. मैं इन आरोपों से इनकार करता हूं. मैं पीएम मोदी के बयान की निंदा करता हूं. एक मैगजीन ने पीएम मोदी के झूठ को हेडलाइन बनाकर छापा है. क्या कोई जिम्मेदार प्रधानमंत्री इतना अपमानजनक झूठ बोल सकता है? क्या एक राज्य की कार्यप्रणाली के बारे में दूसरे राज्य में बोलना उचित है?
'पीएम को झूठ रचने की क्या जरूरत है?'
स्टालिन का कहना था कि प्रधानमंत्री को यह झूठ रचने की क्या जरूरत है कि डीएमके के सत्ता में आने के बाद उसने मंदिरों पर नियंत्रण कर लिया है? वो इस तरह से किसके लिए बोल रहे हैं? वो किसकी आवाज बनकर बात कर रहे हैं? पिछले दो वर्षों में 3,500 करोड़ रुपये की मंदिर भूमि वापस ली गई है. क्या यह गलत है? हमने 1000 मंदिरों के लिए कुंभ उत्सव का आयोजन किया है. क्या यह गलत है? 112 प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. क्या यह गलत है?
'PM का नजरिया गलत है'
सीएम ने कहा, इस वर्ष अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में 5078 मंदिरों के लिए तिरुपानी का आयोजन किया जाएगा. क्या यह गलत है? आखिर प्रधानमंत्री क्या गलत कह रहे हैं? सिर्फ पीएम का नजरिया गलत है. उन्होंने सवाल किया कि क्या एक जिम्मेदार पीएम का इस तरह से बोलना सही है. ऐसा झूठ बोलने की क्या जरूरत है कि DMK के सत्ता में आने के बाद हमने मंदिर पर नियंत्रण कर लिया है और मंदिर के राजस्व का दुरुपयोग कर रहे हैं?
'सबका विकास कर रही डीएमके सरकार'
स्टालिन का कहना था कि तमिलनाडु के लोग तर्क करने में मजबूत हैं. वे राजनीति और अध्यात्मवाद के बीच आसानी से अंतर कर सकते हैं. जब कुछ लोग भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं तो वल्लालर की बुद्धिमत्ता ही मामले को सुलझाने की कुंजी है. डीएमके सरकार सामान्य भलाई और सभी के विकास को ध्यान में रखकर काम कर रही है. स्टालिन ने कहा, कुड्डालोर में स्थापित होने वाले 17 एकड़ के नए बस टर्मिनल का नाम वल्लालर के नाम पर रखा जाएगा. वल्लालर कार्यक्रम राज्य सरकार के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग द्वारा आयोजित किया गया था.
पीएम ने क्या कहा था...
पीएम मोदी ने 3 अक्टूबर को तेलंगाना के निजामाबाद में रैली को संबोधित किया था. पीएम ने तमिलनाडु के मंदिरों का मुद्दा उठाया और कहा, तमिलनाडु में मंदिरों पर क्या सरकार का हक है? सरकार ने कब्जा कर लिया है. मंदिरों की संपत्ति को सरकारी मिलीभगत में हड़पा जा रहा है. मंदिरों को तो लूटा जा रहा है, कब्जा किया गया है, लेकिन माइनॉरिटी के पूजा स्थल को हाथ नहीं लगाते हैं, सरकार के नियंत्रण में नहीं लेते हैं. अब कांग्रेस ने जो नारा दिया है- जितनी आबादी, उतना हक.. अगर यही आपका मंत्र है तो क्या माइनॉरिटी के जितने पूजा स्थल हैं, उनको आपके साथी जब्त करेंगे क्या? या कब्जा करेंगे? उनकी प्रॉपर्टी को लोगों के काम में लाएंगे क्या? नहीं लाएंगे.