केरल में कन्नूर जिले के पय्यवूर ग्राम पंचायत ने पुरुषों और महिलाओं की शादी को लेकर अनूठी कोशिश की. यहां सामूहिक विवाद का प्लान बनाया गया, जिसके लिए पंचायत ने सभी जातियों और धर्मों के लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किए. इस पहल का नाम ‘पय्यवूर मंगलम’ रखा गया. लोग रजिस्ट्रेशन कराने लगे. जब आवेदन चेक किए गए तो महिलाओं व पुरुषों का जो आंकड़ा सामने आया, वो हैरान करने वाला था.
शादी के लिए पंजीकरण में पुरुषों की संख्या 3000 थी, जबकि केवल 200 महिलाओं ने शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. इतनी भारी संख्या में पुरुषों के आवेदन आने के बाद पंचायत ने पुरुषों के रजिस्ट्रेशन को रोक दिया और केवल महिलाओं के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन लेने का फैसला लिया गया.
इस पहल का मकसद उन पुरुषों और महिलाओं की शादी करवाना था, जिनकी वित्तीय कारणों या अन्य किन्हीं वजहों से शादी में समस्या आ रही थी. पंचायत के अधिकारियों का कहना है कि इस पहल से न केवल विवाह की प्रक्रिया सरल होगी, बल्कि लोगों को सहूलियत भी होगी.

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सामूहिक विवाह में शादी करने वालों को पंचायत द्वारा जारी किए गए फॉर्म को भरकर आवेदन करना होता है. आवेदन फॉर्म सोशल मीडिया के माध्यम से भी जारी किया गया है. महिलाओं के आवेदन सिंगल्स विमेंस वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से लिए जा रहे हैं.
पय्यवूर पंचायत अध्यक्ष साजू जेवियर ने इस पहल के बारे में कहा कि यह सामूहिक विवाह समारोह अक्टूबर में होगा. पंचायत इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तैयारी कर रही है.
सामूहिक विवाह की यह पहल महत्वपूर्ण है. बदलते समय में जहां युवकों और युवतियों की शादी में वित्तीय बाधाएं और सामाजिक दबाव बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे कार्यक्रम से उन्हें राहत और सहयोग मिलता है. इसके अलावा पंचायत ने यह भी तय किया है कि इस आयोजन में सभी जातियों और धर्मों के लोग शामिल हो सकेंगे. इस सामूहिक विवाह में शामिल होने के लिए युवतियों की संख्या कम होने के कारण पंचायत ने युवकों के आवेदन रोकने का फैसला किया है.