कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में TMC की रैली में पार्टी सुप्रीमो और सूबे की सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. जिस मेट्रो का उद्घाटन करने पीएम मोदी आए थे, वह मैंने ही बनाई थी. मैंने परियोजना के लिए भुगतान किया. साथ ही कहा कि एनआरसी लागू नहीं होने देंगे. आधार कार्ड की स्क्रैपिंग नहीं होगी. इस दौरान उन्होंने चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे पर कहा कि सबसे पहली बात मैं चुनाव आयुक्त के इस्तीफे की करूंगी. रिपोर्टों से पता चला है कि कैसे उन्होंने बंगाल पर बलपूर्वक नियंत्रण करने की कोशिश की है और चुनाव आयुक्त ने इसे स्वीकार नहीं किया. हम इस बैठक की ओर से उन्हें सलाम करते हैं.
ममता ने कहा कि न्यायपालिका से मेरा अनुरोध है कि आप बीजेपी की कुर्सी पर बैठकर फैसले न दें. उन्होंने कहा कि आपने पिछली बार बीजेपी को 18 सीटें दीं, उन्होंने काम नहीं किया. बदले में वे दिल्ली में कहते हैं, बंगाल को भुगतान मत करो, आप उन्हें वोट क्यों देंगे?
ममता बनर्जी से पहले रैली को संबोधित करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जो लोग बंगाल को गाली देते हैं, उन्हें विपक्ष का नेता या सांसद बना दिया जाता है. बंगाल की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले को आसनसोल से उम्मीदवार बनाया गया. बाद में उन्हें लोगों के सामने झुकना पड़ा और अपना नाम वापस लेना पड़ा.
उन्होंने कहा कि वोट ईडी और सीबीआई नहीं बल्कि जनता देती है. दिल्ली के नेता यहां आते हैं. मोदी की गारंटी पर बात करते हैं. लेकिन मोदी की गारंटी में शून्य वारंटी है. चोर जेल जाने के बजाय भाजपा में जा रहे हैं. क्या लोगों को उनके बैंक खातों में 15 लाख रुपये मिले? टीएमसी सांसद ने कहा कि हमारे पास एक महिला है जो एक साधारण घर में रहती हैं और तीन बार सीएम रहने के बाद भी हवाई चप्पल पहनती हैं. उन्होंने पूछा कि क्या दीदी ने अपने सारे वादे पूरे नहीं किए? बंगाल किसकी गारंटी चाहता है? मोदी या दीदी की? आप किसे चुनेंगे, बंगाल की भूमि पुत्रो या बोहिरागोतो को? जो हमारी भाषा नहीं समझते, वो हमारे दिल की बात क्या समझेंगे?
अभिषेक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सार्वजनिक रैलियों के दौरान कहा कि उन्होंने बंगाल को पिछले 3 वर्षों में 42,000 करोड़ रुपये दिए हैं. 14 दिसंबर 2022 को,GoWB ने केंद्र को एक पत्र भेजा था. अगर मोदी सरकार यह साबित कर दें कि उन्होंने आवास योजना के तहत पिछले तीन वर्षों में एक पैसा भी दिया है, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.