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अमित शाह से मिला लद्दाख से आया प्रतिनिधिमंडल, LAHDC चुनाव का बहिष्कार किया खत्म

प्रतिनिधिमंडल ने आगामी लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद-एलएएचडीसी, लेह चुनावों के बहिष्कार के आह्वान को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की और इन चुनावों के सुचारू संचालन के लिए इसे पूर्ण समर्थन देने का वायदा किया.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (फाइल-पीटीआई)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (फाइल-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • प्रतिनिधिमंडल का चुनावों के संचालन को पूर्ण समर्थन का वादा
  • सरकार ने लद्दाख के लोगों के संरक्षण का भरोसा दिलाया
  • बैठक के दौरान खेल राज्य मंत्री रिजिजू भी उपस्थित रहे

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की राजधानी लेह के लोगों की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने कल शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने आगामी लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी), लेह चुनावों के बहिष्कार खत्म करने का फैसला लिया जबकि भारत सरकार ने लद्दाख के लोगों के संरक्षण के लिए विचार करने का भरोसा दिलाया.

इस प्रतिनिधिमंडल में लद्दाख के पूर्व दिग्गज नेता थिकसे रिनपोछे (पूर्व सांसद, राज्यसभा), थुप्स्तन छेवांग (पूर्व सांसद, लोकसभा) और छेरिंग दोरजे लकरूक (पूर्व मंत्री, जम्मू-कश्मीर) शामिल थे. बैठक के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी तथा युवा मामले और खेल राज्य मंत्री किरेन रिजिजू भी उपस्थित रहे.

प्रतिनिधिमंडल ने आगामी लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद-एलएएचडीसी, लेह चुनावों के बहिष्कार के आह्वान को वापस लेने पर सहमति व्यक्त की और इन चुनावों के सुचारू संचालन के लिए इसे पूर्ण समर्थन देने का वायदा किया.

भारत सरकार लद्दाख के लोगों से संबंधित मुद्दों को देखते हुए देश के संविधान की छठी अनुसूची के तहत उपलब्ध संरक्षण पर चर्चा करने के लिए तैयार है. मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया गया था कि भाषा, जनसांख्यिकी, जातियता, भूमि और नौकरियों से संबंधित सभी मुद्दों पर सकारात्मक रूप से ध्यान दिया जाएगा. 

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“छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा के लिए पीपुल्स मूवमेंट” के तत्वावधान में लेह और करगिल जिलों के प्रतिनिधियों के एक बड़े लद्दाखी प्रतिनिधिमंडल और गृह मंत्रालय के बीच संवाद लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी), लेह चुनावों के समापन के 15 दिनों के बाद शुरू होगा. इस संबंध में कोई भी निर्णय लेह और करगिल के प्रतिनिधियों के परामर्श से ही लिया जाएगा.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रतिनिधिमंडल को यह भी आश्वासन दिया कि, भारत सरकार लेह और करगिल के एलएएचडीसी को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है तथा सरकार, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लोगों के हितों की रक्षा करेगी. साथ ही इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए सभी विकल्प तलाशे जाएंगे.

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