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'वोट चोरी जैसा कुछ नहीं, लेकिन उठ रहे सवाल एड्रेस करना जरूरी', 3 पूर्व चुनाव आयुक्तों ने क्या कुछ कहा

राहुल गांधी के वोट चोरी वाले आरोप और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की तीखी प्रतिक्रिया पर अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, ओपी रावत और अशोक लवासा की राय सामने आई है.

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पूर्व चुनाव आयुक्तों ने कहा- कभी परफेक्ट नहीं रही वोटर लिस्ट (Photo: ITG)
पूर्व चुनाव आयुक्तों ने कहा- कभी परफेक्ट नहीं रही वोटर लिस्ट (Photo: ITG)

इंडिया टुडे साउथ कॉन्क्लेव की शुरुआत हो गई है. कोयंबटूर में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव साउथ के मंच पर पहले दिन तीन पूर्व चुनाव आयुक्त पहुंचे. पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, अशोक लवासा और ओपी रावत ने विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे वोट चोरी के आरोप भी खारिज किए और कहा कि देश में चुनाव काफी हद तक स्वतंत्र और निष्पक्ष होते हैं.

राहुल गांधी के आरोप और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की सख्त प्रतिक्रिया, इसे लेकर सवाल पर कहा कि वह विपक्ष के नेता भी हैं. राहुल गांधी कोई मुद्दा उठा रहे हैं, तो उसके पीछे लाखों लोगों की आवाज है. तीनों पूर्व चुनाव आयुक्तों ने कहा कि चुनाव आयोग को जांच कराकर फैक्ट जनता के सामने रखना चाहिए.

पूर्व चुनाव आयुक्तों ने कहा कि चुनाव आयोग के सुपरविजन में वोटर लिस्ट तैयार होती है और लाखों लोग फील्ड में इसे तैयार करने के लिए काम करते हैं. किसी से गलती हो सकती है. अगर कोई ये कहे कि बिहार एसआईआर में 65 लाख लोगों के नाम आपने काटे. क्यों काटे, हलफनामा दीजिए और अगर कोई गलत हुआ तो आपराधिक मुकदमा चलेगा. फिर ये ठीक नहीं है.

पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा
पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा

चुनाव आयोग के पूर्व अधिकारियों ने कहा कि आरोप आयोग के ही डेटा को लेकर लगे हैं. किसी पर निजी हमला बोलने, हलफनामा मांगने की बजाय चुनाव आयोग को चाहिए कि अपने डेटा की जांच कर स्थिति स्पष्ट कर दे. अशोक लवासा ने कहा कि चुनाव निष्पक्ष होते हैं, पिछले रिकॉर्ड यह साबित करेंगे.

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उन्होंने आगे कहा कि वोट चोरी की जहां तक बात है, किसी के पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि किसने किसे वोट दिया. मुझे नहीं पता कि इसकी व्याख्या कैसे की जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि मुद्दा चुनाव आयोग की ईमानदारी का है. ओपी रावत ने वोट चोरी के आरोप को राजनीतिक बयान बताया और कहा कि चुनावी मौसम में अक्सर ऐसी बयानबाजियां होती हैं.

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत (Photo: ITG)
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत (Photo: ITG)

उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों की जीत के लिए हर मुमकिन कोशिश वाली रणनीति का ही यह भी एक हिस्सा है. राजनीतिक विवाद सुझाने का सबसे आम रास्ता चुनाव है. ओपी रावत ने कहा कि चुनाव के दौरान कुछ नहीं होगा और सब सुचारू रूप से चलेगा, यह उम्मीद करना बहुत ज्यादा होगा. उन्होंने कहा कि चीजें होंगी, चुनाव शोर मचाएंगे. ऐसी टिप्पणियों को इसी भावना से लें.

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ओपी रावत ने कहा कि भारत के चुनाव गोल्ड स्टैंडर्ड माने जाते हैं. अधिकांश लोकतंत्र इसे सबसे स्वतंत्र, निष्पक्ष और भरोसेमंद चुनाव प्रक्रिया के रूप में सराहते हैं. पूर्व मुख्य चुना आयुक्त एसवाई कुरैशी ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए साफ-सुथरी वोटर लिस्ट की जरूरत पर जोर दिया.

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पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी (Photo: ITG)
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी (Photo: ITG)

उन्होंने यह भी कहा कि वोटर लिस्ट को लेकर चिंता जायज है. हमेशा ही यह कहा है कि वोटर लिस्ट हमारी कमजोर रीढ़ है. जब तक वोटर लिस्ट साफ-सुथरी और सटीक नहीं होगी, चुनाव विश्वसनीय नहीं माने जा सकते. एसवाई कुरैशी ने यह भी जोड़ा कि एक अरब से ज्यादा वोटर हैं. ज्यादातर चीजें सटीक चलती हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक मुद्दे प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं. हमें इस बारे में चिंतित होना होगा.

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