
तमिलनाडु में द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) ने शनिवार को मंत्री आई पेरियासामी और उनके विधायक बेटे आइपी सेंथिल कुमार के ठिकानों पर छापेमारी का कड़ा विरोध करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. ईडी ने मनी लॉड्रिंग मामले में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें उनके और उनके परिवार के चेन्नई और डिंडीगुल स्थित परिसर भी शामिल हैं. ये छापेमारी शनिवार सुबह से ही शुरू कर दी गई थी.
पार्टी के बड़े नेताओं पर छापेमारी होने से डीएमके केंद्र से नाराज़ हो गई है. डीएमके संगठन सचिव आरएस भारती ने कहा कि पार्टी 'न ईडी से डरेगी और न ही मोदी से'. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव आयोग का दुरुपयोग कर 'वोट चोरी' कर रही है और उससे ध्यान भटकाने के लिए ईडी की कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ऑटोनॉमस और एमपॉवर्ड संस्थाओं को कमजोर करने में जुटी है और इनका चुनावी हथियार के तौर पर इस्तेमाल करती है. उन्होंने सवाल उठाया कि पूर्व एआईएडीएमके मंत्रियों पर केस लंबित होने के बावजूद ईडी की ओर से उनपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही.
कानिमोझी बोले - डीएमके डरने वाला नहीं
डीएमके की वरिष्ठ नेता और सांसद कानिमोझी ने पेरियासामी-सेंथिल के परिसरों पर छापेमारी को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनाव आयोग, आयकर, सीबीआई और ईडी जैसी एजेंसियों का हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है. हमारे मंत्री पहले भी कई चुनौतियों का सामना कर चुके हैं. किसी भी तरह की धमकी से हमारे कार्यकर्ता और नेता डरने वाले नहीं हैं.

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हाईकोर्ट के आदेश से जुड़ा मामला
इडी की ये जांच मद्रास हाईकोर्ट के 2024 के आदेश के अनुसार है. मद्रास हाईकोर्ट ने दिंडीगुल की विशेष अदालत को निर्देश दिया था कि वह 2.1 करोड़ रुपये के आय से अधिक संपत्ति मामले में पेरियासामी और उनके परिवार के खिलाफ आरोप तय करे. ईडी ने यह कार्रवाई राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (डीवीएसी) द्वारा दर्ज मामले के आधार पर की है.