दिल्ली पुलिस ने बुधवार देर रात को दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में सक्रिय कुख्यात अपराधी गिरोहों सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर छापेमारी की. पुलिस ने छापेमारी में कई ठिकानों से भारी मात्रा में कैश और कई हथियार बरामद किए गए हैं. इस संबंध में पुलिस ने कई FIR भी दर्ज की है.
अपनी कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस ने बताया कि आउटर नॉर्थ जिला पुलिस ने बुधवार देर रात को दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में सक्रिय कुख्यात अपराधी गिरोहों सदस्यों और सहयोगियों के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर छापेमारी अभियान चलाया.
'40 टीमों ने कई ठिकानों पर की छापेमारी'
इस अभियान के तहत आउटर नॉर्थ जिला पुलिस की लगभग 40 टीमों ने टिल्लू ताजपुरिया गैंग, नीरज बवाना-राजेश बवाना गैंग, जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग और काला जठेड़ी गैंग के सदस्यों और सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की.
कैश और हथियार बरामद
पुलिस ने बताया कि छापेमारी में टीमों को कई ठिकानों से भारी मात्रा में कैश और हथियार बरामद हुआ है. इन छापों के दौरान दर्ज एफआईआर में उगाही, अवैध हथियार रखने और संगठित अपराध से जुड़े आरोप शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि ये कार्रवाई अपराधियों पर लगाम लगाने की दिशा में उठाया गया है.
आपको बता दें कि दिल्ली में सक्रिय कई गैंग्स लंबे वक्त से सक्रिय हैं और इनकी जड़ें हरियाणा व उत्तर प्रदेश तक फैली हुई हैं. टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सरगना सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया था, जिसकी साल 2023 में तिहाड़ जेल में ही हत्या हो गई थी. लेकिन ये गैंग अभी-भी उगाही और गैंगवार में लिप्त है. नीरज बवाना-राजेश बवाना गैंग जेल से संचालित है और हत्या, डकैती व उगाही के सैकड़ों मामलों में नामजद है. जितेंद्र उर्फ गोगी गैंग ने 2021 में रोहिणी कोर्ट में गोगी की हत्या के बाद नया रूप ले लिया है, जबकि काला जठेड़ी गैंग लॉरेंस बिश्नोई और अन्य गैंगों के साथ गठजोड़ में हथियारों की तस्करी में शामिल है. इन गैंगों के बीच पुरानी रंजिशें हैं जो तिहाड़ जेल में भी हिंसा का रूप ले चुकी हैं.