प्रदूषण को लेकर दिल्ली के हालात इस समय गंभीर हैं. राजधानी में एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में है. दिल्ली के IGI एयरपोर्ट स्टेशन पर सुबह 5 बजे के वक्त AQI 489 दर्ज किया गया. वहीं, नोएडा में सुबह के वक्त AQI 562 दर्ज किया गया. वहीं दिल्ली में AQI 450 के पार पहुंच गया. ये काफी गंभीर और खतरनाक स्थिति है.
जरूरत के समय बंद पड़ा है नोएडा का एंटी स्मॉग टावर
इस बीच खबर आई है कि इन बदतर स्थितियों में नोएडा का एंटी स्मॉग टावर तो काम ही नहीं कर रहा. पिछले साल 3 करोड़ की लागत से नोएडा अथॉरिटी और बीएचईएल ने इस स्मॉग टॉवर के प्रोटोटाइप को बनवाया था.आज जब सफर ऐप के मुताबिक नोएडा में एक्यूआई 500 से भी ज्यादा है तब ये स्मॉग टावर बंद पड़ा है.
कैसे काम करता है एंटी स्मॉग टावर?
अमेरिकन तकनीक से बनाया गया है एंटी स्मॉग टावर हवा का स्तर खराब होने पर सबसे ऊपरी हिस्सा प्रदूषित हवाओं को सोखकर टावर के बीच वाले हिस्से में फेंकता है और बीच वाला इसे नीचे पंखो वाले हिस्सो में फेंकता है. पंखों पर खास तकनीक के फिल्टर लगे होंगे जो 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलते हैं और हवा को शुद्ध करके बाहर फेंकते हैं.
दिल्ली में GRAP का स्टेज 4 लागू
गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण के बदतर हालातों के देखते हुए GRAP के स्टेज 4 को लागू कर दिया गया है. इसके तहत जरूरी सामान ले जा रहे चुनिंदा ट्रक ही शहर में घुस सकते हैं. जरूरी सामान ले जा रही गाड़ियों को छोड़कर रजिस्टर्ड मीडियम और हेवी गुड व्हीकल्स के चलने पर प्रतिबंध रहेगा. BS VI इंजन गाड़ियों और जरूरी सेवा में लगी गाड़ियों को छूट रहेगी लेकिन रजिस्टर्ड डीजल पर चलने वाली कारों पर प्रतिबंध रहेगा. इस समय फैक्ट्रियां बंद रहेंगी.