बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम्स विभाग के अधिकारियों ने पब्लिक के लिए हाई अलर्ट जारी किया है. विभाग को एक ठगी गिरोह का पता चला है, जिसमें जालसाज खुद को कस्टम्स अधिकारी बताकर लोगों से पैसे ऐंठ रहे हैं. कस्टम्स विभाग के अनुसार, ठग खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मासूम लोगों को निशाना बना रहे हैं. वे फोन कॉल, सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों के डर और जल्दबाजी का फायदा उठाते हैं.
जालसाज विदेश से आ रहे यात्रियों के परिजनों और संबंधियों से फोन कॉल, सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए संपर्क करते हैं और झूठा दावा करते हैं कि यात्री को कस्टम्स के पास रोक लिया गया है और मामले को सुलझाने के लिए तुरंत पैसे जमा करने होंगे.
कस्टम विभाग के नाम से होने वाली ठगी से बचें
पब्लिक से ऐसे ठगों के जाल में फंसने से बचने की अपील करते हुए बेंगलुरु एयरपोर्ट के कस्टम कमिश्नर ने कहा, 'कस्टम अधिकारी कभी भी फोन, व्हाट्सएप या सोशल मीडिया के जरिए जुर्माना या पेनाल्टी की राशि मांगने के लिए संपर्क नहीं करते. इसके अलावा, हम कभी व्यक्तिगत बैंक खातों में पैसे स्वीकार नहीं करते. सरकार को सभी आधिकारिक भुगतान केवल अधिकृत काउंटर या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से ही किए जाते हैं, जहां लेनदेन की रसीद दी जाती है.'
ठगी के तरीके को समझाते हुए कस्टम अधिकारियों ने बताया कि जालसाज सबसे पहले ऑनलाइन या सीधे संपर्क से पीड़ित से दोस्ती करते हैं और बाद में दावा करते हैं कि उनका कोई दोस्त या रिश्तेदार एयरपोर्ट पर रोक लिया गया है. वे जुर्माना या कस्टम ड्यूटी नहीं चुकाने पर जेल या उत्पीड़न की धमकी देते हैं, जिससे घबराहट में पीड़ित बड़ी रकम व्यक्तिगत बैंक खातों, यूपीआई आईडी या डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर कर देते हैं. पैसे मिलते ही ठग संपर्क से बाहर हो जाते हैं.
इस तरह के जालसाजों से सतर्क रहने की अपील
कस्टम विभाग ने स्पष्ट किया कि ड्यूटी नहीं चुकाने पर किसी यात्री को परेशान नहीं किया जाता और सभी आधिकारिक प्रक्रियाएं कानून के अनुसार तथा एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी की निगरानी में पूरी की जाती हैं. पब्लिक से इस तरह के जालसाजों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कस्टम विभाग ने कहा कि हमारे अधिकारियों के नाम पर पैसे मांगने वाली कॉल या मैसेज का जवाब न दें. ऐसी ठगी का शिकार होने या ऐसी कॉल आने पर तुरंत commrapacc-cusblr@gov.in पर ईमेल करें या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें. अधिकारियों ने चेतावनी दी कि ठगी में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.