सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को 15वें उपराष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इस शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी नजर आए. वह 21 जुलाई को पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर दिखाई दिए हैं.
जिस समय सीपी राधाकृष्णन शपथ ले रहे थे. जगदीप धनखड़ अन्य पूर्व उपराष्ट्रपतियों वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के बगल में बैठे हुए थे. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सहित कई बड़े मंत्री शामिल हुए.
बता दें कि धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति का पद संभाला था और 21 जुलाई को संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला देकर इस्तीफा दिया था.
जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को जब इस्तीफा दिया था. उसी दिन राज्यसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाई थी. विपक्ष ने इस पर सवाल उाते हुए कहा कि अगर स्वास्थ्य समस्या इतनी गंभीर थी, तो सत्र शुरू होने से पहले ही इस्तीफा क्यों नहीं दिया?
धनखड़ के 21 जुलाई को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के लगभग दो महीने बाद तक वे सार्वजनिक जीवन से पूरी तरह गायब रहे, जिससे राजनीतिक हलकों और सोशल मीडिया पर काफी अटकलें और विवाद फैले. स्वास्थ्य कारणों का हवाला देने के बावजूद उनकी अनुपस्थिति को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा, जबकि सरकार ने इसे निजी मामला बताया.
रिपोर्ट्स के अनुसार, धनखड़ ने इस्तीफे के बाद आधिकारिक आवास में ही रहना जारी रखा. वे सार्वजनिक कार्यक्रमों या मीडिया से दूर रहे. अगस्त तक वे आवास खाली करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन नया सरकारी बंगला न मिलने के कारण वही रहें.
वहीं, उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन ने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हराया था. चुनाव में 788 सदस्यों में से 767 ने मतदान किया था. राधाकृष्णन को उम्मीद से ज्यादा 452 वोट मिले थे. जबकि सुदर्शन रेड्डी को सिर्फ 300 वोट मिले. चुनाव में राधाकृष्णन को भारी मतों से जीत मिली थी.