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'रिपुन बोरा ने माना PAK के पेरोल पर थीं गौरव गोगोई की पत्नी', कांग्रेस नेता को लेकर CM हिमंत का बड़ा दावा

कांग्रेस पार्टी ने 25 मई को गौरव गोगोई और उनकी पत्नी पर असम सीएम के इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित हमला बताकर खारिज कर दिया था. कांग्रेस ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा के ये आरोप 2026 के विधानसभा चुनावों को लेकर उनकी बढ़ती असुरक्षा से उपजे हैं. रविवार को कांग्रेस की असम इकाई ने कहा कि असुरक्षा की भावना के कारण मुख्यमंत्री सरमा जोरहाट के सांसद गौरव गोगोई पर पाकिस्तान के साथ कथित संबंधों को लेकर निशाना साध रहे हैं.

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हिमंत बिस्वा सरमा ने गौरव गोगोई की पत्नी पर रिपुन बोरा के चौंकाने वाले कबूलनामे का हवाला देकर साधा निशाना. (PTI Photo)
हिमंत बिस्वा सरमा ने गौरव गोगोई की पत्नी पर रिपुन बोरा के चौंकाने वाले कबूलनामे का हवाला देकर साधा निशाना. (PTI Photo)

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जोरहाट के सांसद गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी के बारे में वरिष्ठ कांग्रेस नेता रिपुन बोरा द्वारा दिए गए एक बयान का हवाला देते हुए विस्फोटक आरोप लगाए हैं. असम सीएम के मुताबिक रिपुन बोरा ने चौंकाने वाले कबूलनामे किए हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सरमा ने एक पोस्ट करके कहा, 'कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रिपुन बोरा ने एक चौंकाने वाली स्वीकारोक्ति की— उन्होंने माना गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी वास्तव में पाकिस्तान सरकार के पेरोल पर थीं.' 

उन्होंने आगे लिखा, 'यदि यह सच है, तो यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अत्यंत गंभीर और चिंताजनक सवाल खड़े करता है. किसी ऐसे व्यक्ति की निरंतर उपस्थिति, जो एक शत्रु राष्ट्र से जुड़ा हो— वह भी संसद सदस्य के सबसे करीबी पारिवारिक घेरे में— यह भारत की संस्थाओं की अखंडता के लिए एक गंभीर और अस्वीकार्य खतरा है. हम इस चौंकाने वाली जानकारी से पहले अवगत नहीं थे. अब जब यह खुलासा सामने आया है, तो हम इस मामले को पूरी गंभीरता से देख रहे हैं. भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता. हम रिपुन बोरा का बयान दर्ज करेंगे और इस मामले में आगे की कार्रवाई करेंगे.' 

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हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने 25 मई को गौरव गोगोई और उनकी पत्नी पर असम सीएम के इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित हमला बताकर खारिज कर दिया था. कांग्रेस ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा के ये आरोप 2026 के विधानसभा चुनावों को लेकर उनकी बढ़ती असुरक्षा से उपजे हैं. रविवार को कांग्रेस की असम इकाई ने कहा कि असुरक्षा की भावना के कारण मुख्यमंत्री सरमा जोरहाट के सांसद गौरव गोगोई पर पाकिस्तान के साथ कथित संबंधों को लेकर निशाना साध रहे हैं. रिपुन बोरा, जिनके कथित बयान को आधार बनाकर हिमंत बिस्वा सरमा गौरव गोगोई और उनकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मुख्यमंत्री इस बात को लेकर चिंतित दिखाई दे रहे हैं कि यदि कांग्रेस गौरव गोगोई को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाती है तो भारतीय जनता पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव हार सकती है.'

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रिपुन बोरा ने जांच के दायरे पर उठाया सवाल

रिपुन बोरा ने टिप्पणी की कि मुख्यमंत्री सरमा, गौरव गोगोई को अपना मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा कथित रूप से धनबल, बाहुबल और राज्य मशीनरी का इस्तेमाल करने के बावजूद, हेमंत बिस्वा सरमा 2024 में जोरहाट संसदीय सीट जीतने से गौरव गोगोई को रोकने में विफल रहे थे. उन्होंने आगे कहा कि गोगोई की लगातार दूसरी बार लोकसभा में विपक्ष के उपनेता के रूप में नियुक्ति के बाद सरमा की चिंताएं बढ़ गई हैं, जो गोगोई के बढ़ते राजनीतिक कद को रेखांकित करता है. बोरा ने जांच के दायरे पर भी सवाल उठाया और कहा कि मामले की जांच के लिए नियुक्त विशेष जांच दल का क्षेत्राधिकार केवल असम तक ही है और उसके पास पाकिस्तान या यहां तक ​​कि भारत में उस देश के दूतावास के भीतर के मामलों की जांच करने का अधिकार नहीं है.

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उन्होंने कथित तौर पर गौरव गोगोई को सलाह दी कि वे सोशल मीडिया या अन्य प्लेटफार्मों पर सरमा के आरोपों का जवाब न दें, और जोर देकर कहा कि गोगोई जांचकर्ताओं के प्रति जवाबदेह हैं, मुख्यमंत्री के प्रति नहीं. इस बीच, गौरव गोगोई ने अपना ध्यान शासन-संबंधी मुद्दों पर केंद्रित कर लिया है. जोरहाट में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने असम और मेघालय में अवैध कोयला सिंडिकेट के संचालन के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने का उल्लेख किया. उन्होंने आरोप लगाया कि न तो असम सरकार और न ही मेघालय सरकार ने अवैध कोयला खनन और व्यापार के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की है, जिसके कारण कई मौतें हुई हैं.

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