गुजरात के जूनागढ़ में दरगाह को नोटिस जारी करने को लेकर शुक्रवार शाम को जमकर बवाल हुआ. धर्म के नाम पर हुई हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी में एक शख्स की मौत हो गई. 5 पुलिसकर्मी इस दौरान घायल हो गए. जूनागढ़ की इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है जिसे लेकर विवाद बढ़ गया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि कुछ आरोपियों को दरगाह के सामने खड़ा किया गया और दो लोग (कथित पुलिसकर्मी) उन्हें पट्टे से पीटते दिख रहे हैं. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए सरकार को घेरा है.
जिन लोगों ने दरगाह को लेकर बवाल किया और चार पुलिस वालों को घायल किया, उन्हें देर रात गिरफ़्तार कर लिया गया. सभी को पुलिस ने उसी दरगाह के सामने खड़ा किया गया और बेल्ट से उनकी जमकर पिटाई की.
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'हम पर ही ज़ुल्म होगा हम ही ज़ालिम कहलाएंगे. हम को ही मारा जाएगा और हम पर ही मुक़दमे चलाए जाएंगे.भारत में हिन्दुत्व इंतिहा-पसंदी उरुज पर है, शर्पसंद हिंदुत्ववादियों के शर-पसंदी की कुछ चिंगारी पुलिस विभाग तक पहुंच चुकी है. उसका जीता जागता मिसाल आजकी 2 ख़बर की सुर्खियां हैं. गुजरात के जूनागढ़ में दरगाह को तोड़ने का मुस्लिम युवकों ने विरोध किया तो जनता का रक्षक कहे जाने वाली पुलिस, मुस्लिम युवकों को उसी दरगाह के सामने अपने पट्टे से सबके सामने पीट रही है.'
इसके साथ ही ओवैसी ने एक दूसरा वीडियो शेयर किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'बुलंदशहर में एक दिहाड़ी मज़दूर को एक दरख़्त से बांध कर पीटा गया और JSR के नारे लगाने पर मजबूर किया गया. बाद में पुलिस की हमदर्दी तो देखिए मुजरिमों के खिलाफ़ कार्रवाई करने के बजाय साहिल को ही जेल भेज दिया.अपने ऊपर हो रहे ज़ुल्म के खिलाफ़ फरयाद लेकर जाए तो कहां जाए?'
दरअसल जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचोबीच एक दरगाह बनी है. इसे हटाने के लिए महानगर पालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में लिखा गया था कि ये धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है. पांच दिनों के अंदर ये धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किए जाए वरना ये धार्मिक स्थल तोड़ा जाएगा और इसका खर्च आपको देना होगा. धार्मिक स्थल (दरगाह) के डिमोलेशन का नोटिस लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे. नोटिस पढ़ते ही असमाजिक तत्व इकठ्ठा हो गए और नारे लगाने लगे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो हमलावर हो गए.
शुक्रवार शाम सात बजे से ही लोग इकठ्ठा होना शुरू हुए और नौ बजे 200- 300 लोग पहुंच गए और दरगाह के चारों तरफ इकठ्ठा हो हुए. जब पुलिस ने उनको इस जगह से हटाने की कोशिश की तो पत्थर फेंकने लगे और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. हमले में एक डिप्टी एसपी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और पुलिस पूरे शहर में चप्पे-चप्पे पर तैनात है.