पहलगाम आतंकी हमले के तीन दिन बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए सेना प्रमुख (COAS) जनरल उपेंद्र द्विवेदी शुक्रवार को कश्मीर पहुंचे. सेना प्रमुख के साथ उत्तरी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार भी मौजूद थे. श्रीनगर पहुंचने पर जनरल द्विवेदी को 15 कॉर्प्स के शीर्ष अधिकारियों ने मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. गत 22 अप्रैल को श्रीनगर से 90 किलोमीटर दूर पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, जनरल उपेंद्र द्विवेदी को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई और नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिशों के बारे में भी जानकारी दी गई. भारतीय सेना के 15 कॉर्प्स कमांडर ने उन्हें बताया कि आज सुबह पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कुछ स्थानों पर गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सेना ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की.
बता दें कि गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह नियंत्रण रेखा पर कुछ स्थानों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई. भारतीय सेना ने इसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया. पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम के उल्लंघन में कोई हताहत नहीं हुआ. इस बीच जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले में कथित रूप से शामिल लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के दो स्थानीय आतंकवादियों के घरों को नष्ट कर दिया गया.
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बल लश्कर के दो आतंकवादियों आदिल हुसैन थोकर और आसिफ शेख के क्रमश: बिजबेहरा और त्राल स्थित घरों के अंदर तलाशी ले रहे थे, तभी घरों के अंदर पहले से रखे विस्फोटकों में विस्फोट हो गया. आदिल और आसिफ पर उन पाकिस्तानी आतंकियों की मदद करने का आरोप है, जिन्होंने पहलगाम की बैसरन घाटी में निहत्थे पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 26 की मौत हो गई और कई घायल हो गए. सैन्य सूत्रों के मुताबिक आदिल 2018 में अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए वैध तरीके से पाकिस्तान की यात्रा की थी. अपने पाकिस्तान प्रवास के दौरान उसने टेरर कैम्प में ट्रेनिंग ली थी और पिछले साल जम्मू-कश्मीर लौटा था.
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पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने उस दिन पर्यटकों पर गोलीबारी की जब संयुक्त राज्य अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत में थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की राजकीय यात्रा पर थे. पहलगाम में हुए हमले के बाद भारतीय सेना हाई अलर्ट पर है और आतंकवादियों को खत्म करने के लिए कई तलाशी अभियान चला रही है. केंद्र सरकार ने इस आतंकी हमने के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौता को निलंबित करना, अटारी में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद करना, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना को निलंबित करना, उन्हें अपने देश लौटने के लिए 40 घंटे का समय देना, तथा दोनों पक्षों के उच्चायोगों में अधिकारियों की संख्या कम करना शामिल है.