भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जब EC को निशाना बनाकर भारत के मतदाताओं पर राजनीति की जा रही है, तो आयोग यह स्पष्ट करना चाहता है कि वह बिना किसी भेदभाव के गरीब, अमीर, बुजुर्ग, महिला, युवा और सभी वर्गों और धर्मों के मतदाताओं के साथ चट्टान की तरह खड़ा था, खड़ा है और आगे भी खड़ा रहेगा. वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता अनुराग ढांडा ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए राजनीतिक दलों पर दोष मढ़ रहा है. उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग की चोरी पकड़ी गई है. इसलिए वह शर्मिंदगी महसूस कर रहा है.
AAP नेता अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि आयोग और बीजेपी की मिलीभगत अब सबके सामने आ चुकी है, जिस वजह से चुनाव आयोग राजनीतिक दलों पर दोष मढने लगा है. पिछली वोटर लिस्ट की खामियां राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग के सामने रख दीं तो अब EC कह रहा है कि ये जिम्मेदारी तो राजनीतिक दलों की थी कि वो इसे पहले ही ठीक करते.अब चुनाव आयोग की चोरी पकड़ी गई है. इसलिए वो झेंप रहा है. चुनाव आयोग का काम सही तरीके से चुनाव का प्रबंधन करना, वोटर लिस्ट को शुद्ध करना है.
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में वोट चोरी करके बीजेपी चुनाव जीती, आम आदमाी पार्टी ने कई आपत्तियां कीं, लेकिन चुनाव आयोग ने एक नहीं सुनी, बल्कि बीजेपी की मदद की. वोट चोरी करके सरकार बनाई गई. हमने दिल्ली में बार-बार शिकायत की कि फर्जी वोट जोड़े जा रहे हैं, असली वोट काटे जा रहे हैं. ये उदाहरण चुनाव आयोग और बीजेपी को एक्सपोज करता है.
AAP नेता ने कहा कि चुनाव आयोग इस बात का जवाब नहीं दे पा रहा कि वह वोटर लिस्ट की शुचिता को बरकरार क्यों नहीं रख पाया? चुनाव आयोग इस काम में फेल कैसे हो गया. बीजेपी बताए कि दिल्ली में चुनाव के दौरान पीएम मोदी की रैली में लोग क्यों नहीं जुटते थे. बीजेपी जनता के वोटों से नहीं, बल्कि वोट चोरी से जीती है. शिक्षकों और एमसीडी के कर्मचारियों को बीजेपी रैलियों में इस्तेमाल कर रही है.