साउथ कोरिया के 108 बुद्धिस्ट 43 दिन की यात्रा पर भारत आ रहे हैं. यात्रा की दूरी 1200 किलोमीटर की होगी. भारत और कोरिया की दोस्ती को मजबूती देने के लिए ये यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है. इससे दोनों देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे. यात्रा को पर्यटन, विदेश मंत्रालय, यूपी और बिहार सरकार और संस्कृति मंत्रालय की तरफ से सहयोग मिल रहा है.
7 पवित्र बौद्ध स्थलों का करेंगे दर्शन
कोरियाई बौद्ध भारत में 7 पवित्र बौद्ध स्थलों के दर्शन करेंगे. भारत में रहने वाले 5000 से अधिक कोरियाई नागरिकों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है. यात्रा को लेकर आईबी के सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि कोरिया के 108 बुद्धिस्ट भारत आ रहे हैं. इनकी यात्रा 43 दिन की होगी और 1200 किलोमीटर होगी. रिश्ते में मजबूती देने के लिए ये यात्रा बेहद महत्वपूर्ण है. इससे दोनों देशों के बीच संबंध बढ़ेंगे.
हालांकि, भारत और दक्षिण कोरिया के बीच द्विपक्षीय संबंध 1962 में स्थापित हुए, लेकिन 10 दिसंबर 1973 को राजदूत-स्तर पर इसे अपग्रेड किया गया, इस तरह 2023 में 50 साल पूरे हो गए हैं.
राजनयिक संबध के 50 साल पूरे
दक्षिण कोरिया के राजदूत Chang Jae Bok ने कहा, हमारी राजनयिक संबध के 50 साल पूरे हो रहे है. भारत में G20 के कार्यक्रम होने हैं और साउथ कोरिया इसको सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. कोरिया की जनसंख्या बौद्ध है और भारत उनका आध्यात्मिक घर है. यह दोनों देशों के लिए पीपुल टू पीपुल कनेक्ट के लिए महत्वपूर्ण है. इस यात्रा के दौरान लगभग 1200 किलोमीटर की यात्रा होगी.
19 मई, 2021 को दक्षिण कोरिया के सबसे प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक बौद्ध मंदिरों में से एक टोंगडोसा मंदिर को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया. जिसमें भारत द्वारा गिफ्ट में दी गई एक बुद्ध प्रतिमा स्थापित की गई. यह मंदिर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल से लगभग 420 किमी दूर स्थित है.