महाराष्ट्र में असमय हुई मूसलाधार बारिश के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है, जिसके बाद सरकार ने नुकसान भरपाई के नियमों में बदलाव करते हुए सहायता को तीन हेक्टेयर भूमि से घटाकर दो हेक्टेयर तक सीमित कर दिया है. इस पर एक प्रभावित व्यक्ति ने कहा, 'तीन हेक्टेयर की ही किसानों को जो मदद घोषित की है वो मिलनी चाहिए, नहीं तो किसान पूरा कर्जे में डूब जाएगा.'