महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सरकारी आवास को मुंबई नगरपालिका ने डिफॉल्टर घोषित कर दिया है. उन्होंने पिछले काफी समय से पानी का बिल नहीं चुकाया था. अब इस मसले पर राजनीति भी शुरू हो गई है. राज्य में विपक्षी पार्टी NCP के नेता जितेंद्र अवाड ने तंज कसते हुए कहा कि अगर सीएम कहें तो वह उनका बिल भर सकते हैं.
NCP नेता ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि ये बिल्कुल ठीक नहीं है कि राज्य का प्रमुख व्यक्ति ही अपने बिल ना चुकाए और डिफॉल्टर घोषित हो जाए. अगर मुख्यमंत्री कहें, तो वह उनका बिल भर सकते हैं.
गौरतलब है कि सोमवार को ही एक RTI से ये खुलासा हुआ है कि महाराष्ट्र में कई मंत्रियों का BMC पर बकाया है, ये बकाया करीब 8 करोड़ रुपये का है. इसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर ‘वर्षा’ पर करीब साढ़े सात लाख रुपये का बकाया है.
ना सिर्फ मुख्यमंत्री बल्कि राज्य सरकार में 18 ऐसे मंत्री हैं जिन्हें डिफॉल्टर घोषित किया गया है. इनमें शिवसेना-बीजेपी दोनों कोटे के मंत्री हैं और जिनपर लाखों रुपये का बकाया है. राज्य में कुछ ही समय बाद विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में विपक्षी पार्टियों को मुख्यमंत्री पर तंज कसने का एक मौका मिल गया है.
इस मामले पर शिवसेना प्रवक्ता मनीषा ने जवाब दिया है कि ये जांच का विषय है कि इन बिलों के लिए कौन जिम्मेदार है, BMC या फिर PWD. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ एक टेक्निकल एरर हो सकता है.