एनसीपी प्रमुख शरद पवार के कट्टर विरोधी और बारामती लोकसभा के पूर्व सांसद संभाजीराव काकड़े का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वो पिछले कुछ दिनों से वह बीमार चल रहे थे.
संभाजीराव के निधन पर NCP प्रमुख शरद पवार ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि वह अनुभवी नेता थे और उन्होंने राज्य की राजनीति में बहुत प्रभाव डाला. उन्होंने नए नेतृत्व के मार्गदर्शन का काम किया.
संभाजीराव काकड़े 1971 में विधान परिषद के माध्यम से पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद उन्होंने 1978 और 1982 के लोकसभा चुनाव में बारामती लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. शरद पवार के राजनीति में आने से पहले काकड़े परिवार का पुणे जिले में राजनीतिक महत्व था. शरद पवार के कट्टर विरोधी के रूप में संभाजीराव काकड़े की पहचान थी.
महाराष्ट्र के दिवंगत मुख्यमंत्री यशवंतराव चौहान, मोरारजी देसाई, पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह चंद्रशेखर इनके काकड़े बहुत ही करीबी थे. काकड़े ने कांग्रेस, जनता पार्टी और बाद में जनता दल जैसे कई राजनीतिक दलों में काम किया था. सहकार क्षेत्र में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.