21 दिसंबर 2025 को घोषित महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव (नगर परिषद एवं नगर पंचायत) के परिणामों में महायुति गठबंधन (भाजपा, शिवसेना-शिंदे गुट एवं एनसीपी-अजित पवार) ने बड़ी बढ़त हासिल की है.
नगर परिषदों और नगर पंचायतों की कुल 288 स्थानीय निकाय में पार्षद और सदस्य सीटों के आधार पर किए गए विश्लेषण में बीजेपी सबसे प्रभावी पार्टी के रूप में उभरी है. इस चुनाव में महायुति के घटक दल बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट और अजित पवार ने बड़ी संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ा. हालांकि, लगभग 40% वार्डों में महायुति सहयोगियों के बीच फ्रेंडली फाइट होने से कुल प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा रही.
BJP का विजय रथ
विश्लेषण के अनुसार, बीजेपी ने 3450 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से 2180 सीटों पर जीत दर्ज की. पार्टी का स्ट्राइक रेट 63.1 फीसदी रहा जो 2020-21 के मुकाबले करीब 12 फीसदी ज्यादा है. इसका मतलब है कि बीजेपी ने जहां-जहां उम्मीदवार उतारे, वहां लगभग हर तीन में से दो सीटें जीतीं. विदर्भ और उत्तर महाराष्ट्र में पार्टी का प्रदर्शन सबसे शानदार रहा.
शिंदे का नया गढ़ बना कोंकण
शिवसेना शिंदे गुट ने 1620 सीटों पर चुनाव लड़कर 890 सीटों पर जीत हासिल की. 54.9 फीसदी का स्ट्राइक रेट शिंदे गुट के लिए अब तक का सबसे ऊंचा स्तर माना जा रहा है. ठाणे और कोंकण बेल्ट में इस गुट की जमीनी पकड़ साफ तौर पर नजर आई.
वहीं,अजित पवार की एनसीपी ने 1150 सीटों पर चुनाव लड़ा और 510 सीटें जीतीं. एनसीपी का स्ट्राइक रेट 44.3 फीसदी रहा, जिसे मध्यम प्रदर्शन माना जा रहा है.
MBA का निराशाजनक प्रदर्शन
दूसरी ओर महाविकास आघाड़ी के लिए ये चुनाव निराशाजनक साबित हुआ. कांग्रेस ने 1980 सीटों पर चुनाव लड़कर सिर्फ 495 सीटें जीतीं. पार्टी का स्ट्राइक रेट 25 फीसदी रहा जो पिछले चुनावों की तुलना में करीब 5 फीसदी कम है. शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट ने 1540 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन सिर्फ 285 सीटों पर जीत मिली. उद्धव की शिवसेना का स्ट्राइक रेट 18.5 फीसदी रहा जो पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इसके अलावा शरद पवार की एनसीपी ने 1100 सीटों पर चुनाव लड़, पर सिर्फ 190 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई और पार्टी का स्ट्राइक रेट 17.2 फीसदी रहा.
विश्लेषण में ये भी सामने आया है कि एमवीए में वोट ट्रांसफर की समस्या रही. कई जगहों पर कांग्रेस और उद्धव गुट के मतदाता एक-दूसरे के उम्मीदवारों को समर्थन नहीं दे पाए.
फ्रेंडली फाइल में भी BJP पहली पसंद
वहीं, फ्रेंडली फाइट वाले मुकाबलों में बीजेपी ने शिंदे गुट के खिलाफ करीब 60 फीसदी सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि शिंदे गुट ने अजित पवार की एनसीपी के खिलाफ लगभग 55 फीसदी मुकाबले अपने नाम किए.
क्षेत्रवार प्रदर्शन में भी BJP आगे
उधर, क्षेत्रवार प्रदर्शन की बात करें तो विदर्भ में बीजेपी का स्ट्राइक रेट 72 फीसदी रहा. उत्तर महाराष्ट्र में 68 फीसदी और पश्चिम महाराष्ट्र में 58 फीसदी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. कोंकण और ठाणे क्षेत्र में शिंदे गुट का स्ट्राइक रेट 65 फीसदी रहा. मराठवाड़ा में बीजेपी और अजित पवार गुट के बीच मिला-जुला प्रदर्शन देखने को मिला, जहां औसत स्ट्राइक रेट करीब 45 फीसदी रहा.
इन नतीजों ने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव के बाद स्थानीय स्तर पर महायुति की पकड़ मजबूत हुई है. जबकि एमवीए को संगठन और तालमेल पर दोबारा विचार करना होगा.