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BJP ने 6 में से 5 डिवीजनों में मारी बाजी, महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति की बड़ी जीत

महाराष्ट्र के नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी है. राज्य चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार बीजेपी ने छह प्रशासनिक विभागों में से पांच में अपनी बादशाहत कायम की है. शिंदे सेना और अजित पवार की एनसीपी के साथ महायुति ने विपक्षी महाविकास अघाड़ी का सूपड़ा साफ कर दिया है.

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महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति की शानदार जीत.(File Photo: PTI)
महाराष्ट्र निकाय चुनाव में महायुति की शानदार जीत.(File Photo: PTI)

महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शानदार प्रदर्शन किया है. राज्य की छह प्रशासनिक डिवीजनों में से पांच में BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जहां उसने अधिकांश क्षेत्रों में 30 से 50 प्रतिशत सीटें हासिल कीं.

राज्य चुनाव आयोग (SEC) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, BJP ने कुल 2,431 सीटें जीतीं, जबकि एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ने 1,025 और अजित पवार वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने 966 सीटें हासिल की है. ये तीनों पार्टियां सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा हैं.

कांग्रेस ने जीतीं 824 सीटें

विपक्षी दलों में कांग्रेस ने 824 सीटें जीतीं, जबकि उसके महाविकास आघाड़ी (MVA) सहयोगी- शरद पवार वाली NCP (SP) ने 256 और उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना (UBT) ने 244 सीटें हासिल कीं हैं.

कोंकण बना अपवाद

इस चुनाव में कोंकण डिवीजन क्षेत्र एक अपवाद के रूप में सामने आया है, जहां डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना ने बीजेपी को पीछे छोड़ दिया. कोंकण की 647 सीटों में शिंदेसेना ने 229 सीटें (लगभग 35.4 प्रतिशत) जीत हासिल की है, जबकि BJP को 192 सीटें (29.7 प्रतिशत) मिलीं. इस क्षेत्र में अजित पवार की NCP को 88 सीटें मिलीं हैं.

संभाजीनगर में बीजेपी ने जीतीं 355 सीटें

बीजेपी ने नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में हासिल की बढ़त को छत्रपति संभाजीनगर डिवीजन में भाजपा ने अपनी बढ़त बरकरार रखा, लेकिन उसे अपने महायुति सहयोगी, एनसीपी से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा.

संभाजीनगर में BJP ने 1,244 सीटों में से 355 (28.5 प्रतिशत) जीतीं, जबकि NCP ने 301 सीटों के साथ कड़ी टक्कर दी. शिवसेना 153 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही तो कांग्रेस 147 सीटें जीतकर चौथे स्थान पर खिसक गई.

नागपुर डिवीजन में बीजेपी का वर्चस्व

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बीजेपी का सबसे जबरदस्त प्रदर्शन नागपुर मंडल में देखने को मिला, जहां उसने 1,234 सीटों में से 615 सीटें हासिल कीं जो कुल सीटों का लगभग 49.8 प्रतिशत है. दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस यहां 321 सीटों (लगभग 26 प्रतिशत) के साथ दूसरे स्थान पर रही जो उसका अब तक का अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन है. जबकि NCP और शिवसेना को क्रमशः 63 और 56 सीटें मिली हैं.

उधर, अमरावती मंडल में भी ऐसा ही पैटर्न देखने को मिला है. जहां भाजपा ने 1,121 सीटों में से 381 सीटें (लगभग 34 प्रतिशत) जीतकर बढ़त बनाई, जबकि कांग्रेस 226 सीटों (लगभग 20.2 प्रतिशत) के साथ दूसरे स्थान पर रही. शिवसेना (141) और एनसीपी (76) पीछे रह गईं जो इस क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस के पक्ष में द्विध्रुवीय प्रतिस्पर्धा को उजागर करती हैं.

नासिक डिवीजन में बीजेपी ने एक बार फिर 1,224 सीटों में से 471 सीटें जीतकर शीर्ष स्थान हासिल किया जो लगभग 38.5 प्रतिशत है. इसके बाद शिवसेना 269 सीटों (लगभग 22 प्रतिशत) के साथ दूसरे स्थान पर रही. एनसीपी (147) तीसरे स्थान पर रही, जबकि कांग्रेस (54) चार प्रतिशत से कुछ अधिक सीटों के साथ काफी पिछड़ गई.

इसके अलावा पुणे डिवीजन में बीजेपी ने 1,381 सीटों में से 417 सीटें जीतकर (लगभग 30.2 प्रतिशत) अपनी बढ़त बरकरार रखी, जबकि NCP 291 सीटों (लगभग 21.1 प्रतिशत) के साथ एक मजबूत चुनौती बनी. गौरतलब है कि पुणे में गैर-मान्यता प्राप्त दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने मिलकर सीटों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हासिल किया है.

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2 और 21 दिसंबर को हुआ मतदान

चुनाव प्रचार में महायुति के नेताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई, जहां बीजेपी- शिवसेना और एनसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में कई रैलियां कीं. जबकि MVA का प्रचार मुख्य रूप से स्थानीय स्तर पर केंद्रित रहा.

बता दें कि 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों में 2 और 20 दिसंबर को मतदान हुआ था, जिसके नतीजे 21 दिसंबर को घोषित किए गए थे. इसके अलावा 15 जनवरी को 29 नगर निगमों समेत मुंबई नगर निगम के चुनाव होंगे, जिनके परिणाम अगले दिन घोषित होंगे.

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