महाराष्ट्र में आखिरकार 39 दिनों बाद एकनाथ शिंदे कैबिनेट का विस्तार हो गया है. लंबे मंथन और इंतजार के बाद बीजेपी और शिंदे गुट में 50-50 फॉर्मूला के तहत कुल 18 मंत्रियों ने शपथ ली. इस विस्तार के साथ ही महाराष्ट्र मंत्री परिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है. इस दौरान शिंदे गुट के शिवसेना विधायक संजय राठौड़ ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. जिसका विरोध हो रहा है. विपक्षी पार्टियों के अलावा बीजेपी की तरफ से भी निशाना साधा गया है.
दरअसल, महाराष्ट्र बीजेपी महासचिव और फायरब्रांड नेता चित्रा वाघ ने संजय राठौड़ को कैबिनेट में शामिल करने को लेकर सवाल उठाए हैं. चित्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो जारी करते हुए लिखा,'यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महाराष्ट्र की बेटी पूजा चव्हाण की मौत का कारण बने संजय राठौड़ को फिर से मंत्री का पद दिया गया है. मैं उनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगी.'
पुजा चव्हाण च्या मृत्युला कारणीभूत असणार्या माजी मंत्री संजय राठोड ला पुन्हा मंत्रीपद दिलं जाणं हे अत्यंत दुदैवी आहे
— Chitra Kishor Wagh (@ChitraKWagh) August 9, 2022
संजय राठोड जरी पुन्हा मंत्री झालेला असला तरीही त्याच्या विरुद्धचा माझा लढा मी सुरूचं ठेवलेला आहे
माझा न्याय देवतेवर विश्वास
लडेंगे….जितेंगे 👍 @CMOMaharashtra pic.twitter.com/epJCMpvHLB
बीजेपी ने बनाया था राठौड़ की बर्खास्तगी का दबाव
बता दें कि उद्धव ठाकरे सरकार के समय बीजेपी ने संजय राठौड़ को कैबिनेट मंत्री के पद से बर्खास्त कराने के लिए दबाव बनाया था. पुणे की सोशल मीडिया स्टार पूजा चव्हाण की आत्महत्या मामले में उनका नाम सामने आया था. कैबिनेट से हटाए जाने के बाद बीजेपी ने इसे अघाड़ी सरकार का पहला विकट बताते हुए जश्न भी बनाया था. वहीं अब फडणवीस को कैबिनेट में शपथ लेने के बाद उनसे हाथ मिलाते देखा गया. सीएम शिंदे ने भी अपने मंत्री को क्लीन चिट दी और बचाव करते दिखे. उनका कहना है कि एमवीए सरकार के दौरान राठौड़ को क्लीन चिद दे दी गई थी.
शिवसेना ने शेयर किया किरीट सोमैया का पुराना वीडियो
उधर, शपथ लेने के तुरंत बाद शिवसेना ने किरीट सोमैया का एक पुराना वीडियो शेयर किया. जिसमें उन्होंने राठौड़ की गिरफ्तारी की मांग की थी. वहीं विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि बेहतर होता कि जिन्हें क्लीन चिट नहीं मिली है, उन्हें शपथ ग्रहण से दूर रखा जाता.
तसेच ज्यांना क्लीनचिट मिळाली नाही अशांना मंत्रिमंडळात घेतले नसते तर बर झालं असते असा चिमटाही अजितदादांनी काढला.
— NCP (@NCPspeaks) August 9, 2022
मंत्रीमंडल में नहीं है कोई महिला विधायक
गौरतलब है कि शिंदे के नए मंत्रिमंडल विस्तार में फडणवीस सरकार पहले से ही एक भी महिला विधायक को शामिल नहीं करने के लिए आलोचनाओं का सामना कर रही है. इसके साथ ही, संजय राठौड़, जिन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है, ने नई सरकार को संकट में डाल दिया है.