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महाराष्ट्रः शिवसेना को भाजपा की दो टूक, सीएम हमारा था और हमारा रहेगा

शिवसेना से मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान पर शालिनी ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भाजपा का था और भाजपा का ही रहेगा. इसे लेकर पार्टी का रुख साफ है और शिवसेना भी इससे अवगत है.

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महाराष्ट्र भाजपा की प्रवक्ता श्वेता शालिनी (फाइल फोटोः twitter)
महाराष्ट्र भाजपा की प्रवक्ता श्वेता शालिनी (फाइल फोटोः twitter)

  • प्रदेश प्रवक्ता ने 122 विधायकों के समर्थन का किया दावा
  • कहा, 50-50 फॉर्मूले का अर्थ ढाई-ढाई साल का सीएम नहीं
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर अड़ी है. वहीं भाजपा भी बैकफुट पर आने को तैयार नहीं. पार्टी ने साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री का पद वह शिवसेना को नहीं देने वाली. भाजपा ने संख्याबल के आधार पर मजबूत स्थिति में होने का दावा किया है.

समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार महाराष्ट्र भाजपा की प्रवक्ता श्वेता मालिनी ने दावा किया है कि 15 निर्दलीय विधायक पार्टी के संपर्क में हैं. यह भाजपा से ही जुड़े रहे, टिकट न मिलने पर निर्दल लड़कर चुनाव जीते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ 2014 की ही तरह अब भी 122 विधायकों का समर्थन है. शिवसेना से मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान पर शालिनी ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भाजपा का था और भाजपा का ही रहेगा. इसे लेकर पार्टी का रुख साफ है और शिवसेना भी इससे अवगत है.

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भाजपा प्रवक्ता ने 50-50 फॉर्मूले से जुड़े सवाल पर कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिस 50-50 फॉर्मूले की बात शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कह रहे हैं, उसमें बहुत-सी बातें हो सकतीं हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान 50-50 प्रतिशत सीटों पर लड़ने की बात भी तो हो सकती है. शालिनी ने कहा कि 50-50 फॉर्मूले का अर्थ ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री नहीं समझा जाना चाहिए.

गौरतलब है कि भाजपा उपमुख्यमंत्री पद देने के लिए तैयार है, लेकिन शिवसेना मुख्यमंत्री से कम पर मानने को तैयार नहीं. शिवसेना के कई नेताओं ने शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनते देखने की इच्छा जताई है. चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद मुंबई में आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर पोस्टर भी लगाए गए थे.

बता दें कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी 15 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा किया था. मुख्यमंत्री के दावे के बाद निर्दलीय विधायक गीता जैन, राजेंद्र राउत, रवि राणा ने भाजपा को समर्थन देने की घोषणा भी कर दी थी.

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