देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे. इस फैसले ने महाराष्ट्र में पिछले 12 दिनों से चली आ रही खींचतान को खत्म कर दिया है. अब कल (5 दिसंबर) देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार महाराष्ट्र के CM पद की शपथ लेंगे.
सीएम के चुनाव को लेकर आज (4 दिसंबर) महाराष्ट्र विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें BJP की तरफ से नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक विजय रूपाणी और निर्मला सीतारमण भी मौजूद रहीं.
चंद्रकांत पाटिल ने रखा नाम का प्रस्ताव
बीजेपी विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक विजय रूपाणी ने BJP के सीनियर विधायकों से कहा कि वे मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखें. बीजेपी के सीनियर विधायक चंद्रकांत पाटिल ने देवेंद्र फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा. एक और वरिष्ठ विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने भी फडणवीस के नाम का प्रस्ताव रखा. पार्टी MLC पंकजा मुंडे ने फडणवीस के नाम का समर्थन किया.
इन विधायकों ने किया प्रस्ताव का समर्थन
फडणवीस का नाम प्रस्तावित होने के बाद विधायक प्रवीण दरेकर और रवींद्र चव्हाण ने उनके नाम का समर्थन किया. इस प्रस्ताव पर विधायक संजय कुटे ने संकल्प लिया. फडणवीस को सीएम चुने जाने के प्रस्ताव का विधायक संजय सावकरे (दलित) और अशोक उइके (आदिवासी) ने भी समर्थन किया. इसके साथ ही संभाजी पाटिल (मराठा), मेघना बोर्डिकर (मराठा महिला) और योगेश सागर ने भी उनके नाम का समर्थन किया.
आज ही समर्थन की चिट्ठी सौंपेंगे फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस के प्रस्तावित नाम को समर्थन मिलने के बाद विजय रूपाणी ने सभी विधायकों से पूछा कि क्या वे कोई और नाम प्रस्तावित करना चाहते हैं. इस पर सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से 'नहीं' जवाब दिया. विधायकों के प्रस्ताव को मानते हुए विजय रूपाणी ने देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी विधायक दल का नेता और राज्य का नया सीएम घोषित कर दिया. अब 3.30 बजे महायुति के विधायक राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और उन्हें समर्थन की चिट्ठी सौपेंगे.
'एमवीए सरकार से तंग आ चुके थे लोग'
इस फैसले के बाद बीजेपी की पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण ने विधायकों को संबोधित किया. उन्होंने कहा,'यह कोई आम चुनाव नहीं है. हरियाणा और महाराष्ट्र में लोगों ने संदेश दिया है. महाराष्ट्र की अप्रत्याशित जीत के बाद विकसित भारत की परिकल्पना सच हो गई है. लोग एमवीए सरकार से तंग आ चुके थे. इसलिए यह जनादेश मिला.'
'हर किसी की आकांक्षा पूरी नहीं हो सकती'
निर्मला सीतारमण के बाद देवेंद्र फडणवीस ने विधायकों और महाराष्ट्र की जनता को संबोधित किया. फडणवीस ने कहा,'जब बड़ा जनादेश होता है तो हर किसी की आकांक्षा पूरी नहीं हो सकती. हम राजनीति में पद के लिए नहीं बल्कि विकास के लिए हैं.'

पीएम मोदी को भेजा पहला निमंत्रण पत्र
महाराष्ट्र के नए सीएम के तौर पर देवेंद्र फडणवीस के नाम का ऐलान होते ही शपथ ग्रहण का निमंत्रण कार्ड भी जारी हो गया है. ये कार्ड राज्य सरकार की तरफ से जारी किया गया है, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में देवेन्द्र फडणवीस का नाम लिखा है. शपथ ग्रहण का पहला निमंत्रण पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जारी किया गया है. इसमें बताया गया है कि शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में शाम 5.30 बजे होगा.
किस पार्टी को मिलेंगे कितने मंत्रालय
आजाद मैदान में शपथ ग्रहण की तैयारियां अंतिम दौर पर हैं. सूत्रों का कहना है कि 5 दिसंबर को सिर्फ 3 लोग ही शपथ लेंगे. एक सीएम और 2 डिप्टी सीएम होंगे. अजित पवार के साथ एकनाथ शिंदे भी शपथ लेंगे. बाद में तीनों पार्टियों के बीच मंत्रिमंडल और विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाएगा. बीजेपी को 21 से 22 विभाग मिलने की संभावना है. जबकि शिवसेना ने 16 सीटें मांगी हैं, लेकिन उसे 12 सीटें मिलने की संभावना है. वहीं, अजित पवार को 9 से 10 विभाग मिलने की चर्चा है.