पुणे में एक थाने की पार्किंग में मोटरसाइकिल पर रखे आईईडी में हुए विस्फोट में एक पुलिस कांस्टेबल सहित चार लोग घायल हो गए. पुलिस ने इस घटना में किसी आतंकी समूह की संलिप्तता की आशंका को खारिज नहीं किया है.
विस्फोट में घायल हुए लोगों को मामूली चोटे आई हैं और इससे फारसखान थाने की पार्किंग में सिर्फ दो दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हुए. विस्फोट से इलाके में अफरा-तफरी मच गई तथा शहर में पहले हुए धमाकों की यादें लोगों की जेहन में ताजा हो गईं. पहले के विस्फोटों के लिए इंडियन मुजाहिदीन को जिम्मेदार ठहराया गया.
घटना स्थल का दौरा करने वाले महाराष्ट्र के गृह मंत्री आर आर पाटिल ने कहा कि मामले की जांच एटीएस करेगी. उन्होंने घायलों की संख्या चार बताई, हालांकि पुलिस ने पहले तीन लोगों के घायल होने की बात कही थी.
इस बीच केन्द्र ने पुणे में कम क्षमता वाले विस्फोट को आतंकवादी कृत्य करार देने से इनकार करते हुए कहा कि यह एक ‘‘मामूली’’ विस्फोट था. केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने कहा, ‘यह एक मामूली विस्फोट था. आप यह क्यों सोच रहे हैं कि यह एक आतंकवादी कृत्य हो सकता है.’ उनसे संवाददाताओं ने सवाल किया था कि क्या पुणे विस्फोट एक आतंकवादी हमला था.
पुणे के पुलिस आयुक्त सतीश माथुर ने कहा कि यह ‘कम तीव्रता’ वाला विस्फोट था और पुलिस आतंकवादी पहलू सहित ‘सभी संभावनाओं’ को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है. यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस को आतंकवादी हमले की आशंका है, उन्होंने कहा, ‘हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं.’