कहते हैं कि अगर इंसान हिम्मत और बहादुरी से काम ले तो बड़ी से बड़ी मुसीबतें अपने घुटने टेक देती हैं. इसी कहावत को सच कर दिखाया है झारखंड के रांची में रहने वाले तुषार ऋषि ने रांची के दिल्ली पब्लिक स्कूल में 12वीं के छात्र तुषार ऋषि ने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में साइंस स्ट्रीम में 95 प्रतिशत अंक लाकर एक मिसाल कायम की है. दरअसल, तुषार ऋषि पिछले कुछ समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं और ऐसी परिस्थिति होने के बावजूद उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है.
तुषार ऋषि पिछले तीन साल से बोन कैंसर से लड़ रहे हैं दरअसल तुषार पिछले तीन सालों से बोन कैंसर से पीड़ित हैं. इसका पता उन्हें साल 2014 में उस समय चला जब वह 10वीं की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. तभी से उनको घुटने में दर्द की शिकायत आने लगी. फिर उनको डॉक्टर के पास ले जाया गया तो जांच में बोन कैंसर का पता चला. लेकिन तुषार के माता-पिता ने भी हार नहीं मानी और अस्पताल में इलाज के लिए भागदौड़ करने लगे.
इस बीमारी के दौरान तुषार ने किताब भी लिख डाली वहीं अस्पताल में इलाज के दौरान तुषार ने अपनी बीमारी और धैर्य के संघर्ष पर एक किताब भी लिखी. जिसका नाम उन्होंने 'द पेशेंट' रखा. इस किताब को वेस्ट लैंड पब्लिकेशन ने साल 2016 में प्रकाशित भी किया था. 216 पन्ने की इस किताब में एक मरीज के अंदर उठ रहे सवाल और उससे बाहर निकलने की जद्दोजहद की कहानी बयां की गई है.