जम्मू कश्मीर के बटोट-डोडा रोड पर सेना के जवानों पर आतंकी हमला हुआ है. बताया जा रहे है कि यह आतंकी हमला सेना के काफिले पर हुआ है. हालांकि शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस हमले में किसी के हताहत होने और जवान के घायल होने की खबर नहीं है. बताया जा रहा है कि जवानों पर हमले में 2-3 से आतंकवादी शामिल है.
हमले की सूचना मिली
पहले ही इंटेलिजेंस एजेंसियों को इनपुट्स मिले थे कि संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की बैठक खत्म होने के बाद पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) के पास कुछ बड़ा करने की तैयारी में है. इसके लिए नागरिकों को शील्ड बनाया जा सकता है. इंटेलिजेंस एजेंसियों ने एलओसी के पास सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया है.
सूत्रों ने इनपुट्स के हवाले से बताया कि पाकिस्तानी सेना और ‘जमात-उल-अल-हदीस’ ने 3 हजार से 4 हजार युवाओं को अक्टूबर के पहले हफ्ते में एलओसी के उल्लंघन के लिए तैयार किया है. इन्हें एक महीने तक ट्रेनिंग दी गई है. ‘जमात-उल-अल-हदीस’ 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का नया फ्रंटल संगठन है.
सूत्रों ने बताया कि ट्रेंड किए जा रहे इन आतंकियों में जेकेएलएफ (आज़ादी) के कुछ युवा सदस्य भी शामिल हैं, जो पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सक्रिय हैं. सूत्रों ने बताया कि इस ट्रेनिंग का मकसद युवाओं का माइंडवॉश कर उन्हें एलओसी से सटे इलाकों में भेजना है, जिससे वह अक्टूबर के पहले हफ्ते में घुसपैठ कर सकें.
कब बाज आएगा पाकिस्तान
पाकिस्तान इस सारे मंसूबे को कुछ इस तरह अंजाम देने की फिराक में है, जिससे कि भारतीय सुरक्षा बल जवाबी कार्रवाई करें तो पाकिस्तान उसे नागरिकों के मानवाधिकारों के उल्लंघन की तरह दुनिया के सामने पेश कर सके.
इसके अलावा पाकिस्तानी सेना इस भीड़ के साथ ही अपनी BAT (बॉर्डर एक्शन टीम) के सदस्यों को भी भेज रही है. अगर ये सब एलओसी के उल्लंघन में कामयाब रहे तो बड़ी गड़बड़ी को अंजाम दिया जा सके.