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जम्मू-कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र आज से, जानिए स्पीकर बनने जा रहे अब्दुल रहीम राथर के बारे में, BJP के नरेंद्र सिंह होंगे डिप्टी स्पीकर

विधानसभा सचिवालय की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक आज की बैठक में ही आधिकारिक तौर पर विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. कृषि मंत्री जावेद अहमद डार अध्यक्ष पद के लिए राथर का नाम आगे बढ़ाएंगे. साथ ही विधायक अर्जुन सिंह राजू प्रस्ताव का समर्थन करेंगे.

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File Photo
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जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. केंद्र शासित J-K का यह पहला सत्र 5 दिनों तक चलेगा. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सीनियर नेता और चरार-ए-शरीफ सीट से 7 बार विधायक अब्दुल रहीम राथर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पहले अध्यक्ष बनने वाले हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने नरेंद्र सिंह रैना को विधानसभा का उपाध्यक्ष चुना है. वहीं, विपक्ष के नेता की कमान सुनील शर्मा को दी गई है.

विधानसभा सचिवालय की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक आज की बैठक में ही आधिकारिक तौर पर विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा. कृषि मंत्री जावेद अहमद डार अध्यक्ष पद के लिए राथर का नाम आगे बढ़ाएंगे. साथ ही विधायक अर्जुन सिंह राजू प्रस्ताव का समर्थन करेंगे.

उपराज्यपाल का अभिभाषण भी होगा

आज 6 साल से ज्यादा समय बाद सदन की बैठक होगी. पिछला सत्र 2018 की शुरुआत में हुआ था, जो जम्मू-कश्मीर के 2 केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठन से एक साल पहले हुआ था. विधानसभा सत्र के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सदन की बैठकों के कैलेंडर के मुताबिक आज स्पीकर का चुनाव होगा और उसके बाद उपराज्यपाल का अभिभाषण होगा.

विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं राथर

बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) से जुड़े सूत्रों ने पहले ही अध्यक्ष पद के लिए राथर (80) के नाम की संभावना जता दी थी. एनसी सूत्रों के मुताबिक पार्टी का दावा है कि सत्ता पक्ष के पास पर्याप्त संख्या है और राथर विधानसभा अध्यक्ष बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. राथर इससे पहले जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं. वह पीडीपी-कांग्रेस गठबंधन सरकार में 2002 से 2008 तक विपक्ष के नेता भी रहे.

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दिवंगत नेताओं को दी जाएगी श्रद्धांजलि

भाजपा ने अध्यक्ष पद के लिए किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि सरकार और विपक्ष के बीच विधानसभा में इन प्रमुख पदों को लेकर कोई अनौपचारिक सहमति बनी है या नहीं. बता दें कि विधानसभा सत्र के दौरान 5 नवंबर को दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाएगी और 6 और 7 नवंबर को उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी.

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