अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल कसोल में पिछले छह-आठ महीने से जमा कचरा अब जंगल में दबाया जा रहा है, जिससे गंभीर कचरा प्रबंधन संकट खड़ा हो गया है. वाइल्डलाइफ सेंचुरी क्षेत्र में, होटलों से कचरा प्रबंधन शुल्क वसूलने के बावजूद पर्यावरणीय चिंताएं और प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल खड़े हो रहे हैं.