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हरियाणा में BJP नेताओं के सिर चढ़कर बोल रही सत्ता की खुमारी, Video दे रहे गवाही

भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद पार्टी नेताओं की कौन कहे, सत्ता की खुमारी कार्यकर्ताओं के भी सिर चढ़कर बोल रही है. कहीं पार्टी के नेता प्रदूषण से बेहाल जनता की परेशानियों से बेफिक्र आतिशबाजी कर रहे, तो कहीं विधायक ही सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को तबादला करा देने की धमकी दे रहे हैं.

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (फाइल फोटोः PTI)
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (फाइल फोटोः PTI)

  • लोहारू से विधायक ने कर्मचारियों को दी ट्रांसफर की धमकी
  • विधानसभा स्पीकर के स्वागत में जमकर की आतिशबाजी

विधानसभा चुनाव में बहुमत से थोड़ा दूर, लेकिन सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जेजेपी से गठबंधन कर अपनी सत्ता बरकरार रखी. भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद पार्टी नेताओं की कौन कहे, सत्ता की खुमारी कार्यकर्ताओं के भी सिर चढ़कर बोल रही है. कहीं पार्टी के नेता प्रदूषण से बेहाल जनता की परेशानियों से बेफिक्र आतिशबाजी कर रहे, तो कहीं विधायक ही सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को तबादला करा देने की धमकी दे रहे हैं.

सूबे के यमुनानगर में तो ऐसा हुआ कि रात के समय विधानसभा के पूर्व स्पीकर और क्षेत्रीय विधायक कंवरपाल गुर्जर के समर्थकों के सामने पुलिस गिड़गिड़ाती रही और वे गाड़ी की बोनट पर बोतल रखकर सरेआम शराब पीते रहे. वाहन पर कंवरपाल गुर्जर के पोस्टर लगे हुए थे. इस वाकये का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार को निलंबित कर अपनी साख बचाने का प्रयास जरूर किया.

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कंवरपाल ने दी सफाई, झाड़ा पल्ला

इस पूरे मामले पर सत्ताधारी भाजपा के नेता कंवरपाल गुर्जर ने सफाई भी दी और पल्ला भी झाड़ा. इसके साथ ही उन्होंने गेंद हरियाणा पुलिस के पाले में डाल दी. उन्होंने कहा कि इस मामले में कार्रवाई क्यों नहीं की गई, इसका जवाब तो हरियाणा पुलिस ही दे सकती है. गुर्जर ने कहा कि अगर कोई भी नियम कानून तोड़ता है तो वो चाहे किसी भी राजनीतिक पार्टी का कार्यकर्ता हो या फिर वो खुद नेता ही क्यों न हो, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो युवक अपनी कार पर मेरा और भाजपा का पोस्टर लगा कर घूम रहे थे, उनसे मेरा कोई लेना-देना नहीं है. चुनाव के दौरान ना जाने कितनी ही गाड़ियों पर मेरे और भाजपा के पोस्टर लगे थे ऐसे में उन सभी की कोई जिम्मेदारी नहीं ले सकता.

लहारू विधायक ने सरकारी कर्मचारियों को धमकाया

एक अन्य वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें हरियाणा के लोहारू से सत्ताधारी दल के विधायक जेपी दलाल सरकारी कर्मचारियों को धमकाते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो चुनाव जीतने के बाद हुए धन्यवाद कार्यक्रम का है. जेपी दलाल ने कहा कि जनता ने तो उन्हें 18000 वोटों से जिता दिया, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के जो वोट काउंट किए गए उसमें उन्हें सिर्फ 100 वोट ही मिले हैं.

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उन्होंने कहा कि वो सरकारी कर्मचारियों को बता देना चाहते हैं कि या तो वो बदल जाएं नहीं तो उनको बदल दिया जाएगा. देखते ही देखते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इस मामले को लेकर जेपी दलाल से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन वह निकल गए.

ज्ञानचंद के स्पीकर बनने पर जमकर आतिशबाजी

पंचकूला विधायक ज्ञानचंद गुप्ता को विधानसभा स्पीकर चुने जाने के बाद सोमवार की रात भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर जमकर आतिशबाजी कर जश्न मनाया. वह भी तब, जब दिवाली के मौके पर भी लोगों ने प्रदूषण को रोकने के लिए कम आतिशबाजी की थी. सुप्रीम कोर्ट ने भी बगैर अनुमति के बेवजह आतिशबाजी पर रोक लगा रखी है. ज्ञानचंद गुप्ता ने यह माना कि आतिशबाजी करने वाले कार्यकर्ता उनके ही थे, लेकिन इस मसले पर उन्होंने और कुछ नहीं कहा.

पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर साधा निशाना

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इसे भाजपा का फूहड़ शक्ति प्रदर्शन बताया और कहा कि हरियाणा में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. जिस तरह से विधायक खुलेआम धमकी दे रहे हैं और गाड़ियों के बोनट पर रखकर सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता शराब पी रहे हैं, उससे भी यह साफ हो जाता है. उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी प्रदेश को आगे ले जाने में अपना सहयोग करते हैं और उन्हें इस तरह से धमकाना सही नहीं है.

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सवालों से बचते रहे मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री ने झाड़ा पल्ला

इस पूरे मामले पर जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से बात करने की कोशिश की गई तो वह कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से बचते नजर आए और मीडियाकर्मियों को लंच करने की सलाह देकर चले गए. उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला से जब भाजपा नेताओं के इस रवैये को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इनमें से कोई भी मामला उनके संज्ञान में है ही नहीं.

अनिल विज ने किया बचाव

पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने अपनी पार्टी के नेताओं का बचाव किया और कहा कि पार्टी ने अपनी सरकार के पिछले पांच साल के कार्यकाल के दौरान भी अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पूरा नियंत्रण रखा था. अब भी किसी को कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने की इजाजत बिल्कुल नहीं दी जाएगी.

उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी उचित कार्यवाही होगी, वो की जाएगी. विधायक की ओर से सरकारी कर्मचारियों को धमकी देने के मामले पर भी अनिल विज ने बचाव करते हुए कहा कि उनके कहने का यह मतलब नहीं था. वह यह संदेश देना चाह रहे थे कि अगर किसी भी सरकारी कर्मचारी ने ठीक से काम नहीं किया तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा.

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