सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत की फोटो के साथ 'नया भारतीय संविधान' नाम की सामग्री वायरल हो रही है. इस पूरे मामले को लेकर लखनऊ के बाद अब अहमदाबाद में भी केस दर्ज कराया गया है.
वायरल हो रही सामग्री में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की फोटो और नया भारतीय संविधान लिखा हुआ है. इसमें लिखा गया है कि नारी को भगवान ने सिर्फ बच्चों को जन्म देने के लिए बनाया है, जिसकी वजह से उसके अधिकार हिंदू धर्म के अनुसार सीमित किए गए हैं.
वहीं, ब्राह्मण जाति के अलावा दूसरी जातियों को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है. इस मामले को लेकर आरएसएस के वकील दिनेश वाला ने शिकायत दर्ज कराई है. अहमदाबाद से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की तस्वीर और 'नया भारतीय संविधान' नाम की सामग्री को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में लखनऊ में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया. वहीं बुलंदशहर में भी इस मामले में केस दर्ज किया गया है.
Bulandshahr: A case has been registered against a person at Khurja police station for circulating a 16-page PDF file, 'Naya Bharatiya Samvidhan', on social media with a picture of RSS chief Mohan Bhagwat. (17.01)
— ANI UP (@ANINewsUP) January 17, 2020
16 पेज की बुकलेट
आरएसएस के अवध प्रांत सह प्रचार प्रमुख दिवाकर ने गुरुवार को इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि मोहन भागवत की तस्वीर के साथ 'नया भारतीय संविधान' के शीर्षक वाली 16 पेज की बुकलेट सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है. उन्होंने कहा, यह संघ की छवि को धूमिल करने की कोशिश है. इसके खिलाफ लखनऊ के गोमती नगर और हजरतगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे उस दस्तावेज में कही गई बातें संविधान के खिलाफ हैं और इसका आरएसएस से कोई लेना-देना नहीं है. इस प्रकरण पर जानकारी देते हुए हजरतगंज के पुलिस अधिकारी अभय मिश्र ने कहा, 'इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और ऐसी ही एक प्राथमिकी गोमतीनगर थाने में भी दर्ज कराई गई है.'