खुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले आतंकी संगठन ISIS के गुजरात में भी पैर फैलाने का खुलासा हुआ है. गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने शनिवार आधी रात को सौराष्ट्र इलाके से ISIS के दो संदिग्ध आतंकियों वसीम और नईम रामोदिया को पकड़ा है. दोनों ही सगे भाई हैं.
ATS के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश से पकड़े गए मुफ्ती कासिम काजमी की कॉल डिटेल्स में वसीम रमोदिया का नंबर मिला था. उसी के आधार पर एटीएस पिछले कुछ महीनों से उसे ट्रेस कर रही थी. इस दौरान पता चला कि ये दोनों भाई ISIS से इस कदर जुड़ चुके थे कि वह ओसामा बिन लादेन ओर अबु बकर अल-बगदादी को अपना रोल मॉडल मानने लगे थे.
पुलिस ने वसीम के जो फोन इनटरसेप्ट किए थे, वह ज्यादातर कच्छ की स्थानीय हिन्दी भाषा में थे. इस बातचीत में वसीम कह रहा है कि उसने 150 ग्राम विस्फोटक खरीद लिए हैं.
इस पर उसका हैंडलर कहता है कि 150 ग्राम विस्फोटक में कुछ नहीं होता, कम से कम 400 ग्राम चाहिए. तुम फटाखे खरीद कर उससे विस्फोटक बनाना शुरू करो.
वहीं दूसरे फोन कॉल में वसीम कहता है कि वह मुकमल काम के लिए तैयार हैं. तो उसका हैंडलर कहता है, 'किल्ड काफिर एंड वीडियो शूट.'
वसीम: एक काफिर का कत्ल करना है, जो मेरे शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर रहता है, जहां इनका बड़ा फेमस मंदिर है, जहां भूत भगाए जाते है.
अगली फोन कॉल में हैंडलर कहता है- वसीम कुछ इंतजार करना होगा. इस पर वसीम कहता है, 'कुछ माल (विस्फोटकों) का इंतजार करना होगा और जल्दी ही हो जाएगा. तह हैंडलर कहता है- 'इन्साह अल्लाह'.
इसके बाद एक अन्य फोन कॉल में हैंडलर कहता है, भाई देखे ऐसा होगा कि आपको सामान किसी जगह तैयार मिलेगा. आपको टारगेट पर जाकर बस उसे रखना होगा.
इस फोन इंटरसेप्ट से साफ है कि ये लोग किसी आतंकी हमले की फिराक में थे, लेकिन जब तक वसीम उसे अंजाम दे पाता, गुजरात एटीएस ने उसे धर दबोचा.