दिल्ली के रामजस स्कूल के बाहर बच्चों के माता-पिता प्राध्यापक के खिलाफ नारे लगा रहे हैं. स्कूल के बाहर नारेबाजी कर रहे लोगों के मुताबिक स्कूल की प्राध्यापक बच्चों को बहुत टॉर्चर करती हैं. वहीं स्कूल के शिक्षक भी इस प्राध्यापक के साथ काम नहीं करना चाहते.
एक तरफ बच्चों के माता-पिता नारेबाजी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ स्कूल के 48 स्थायी शिक्षक अपने ही प्रिंसिपल के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. शिक्षकों का कहना है कि स्कूल के प्राध्यापक संध्या बिंदल का व्यवहार स्कूल के शिक्षकों के प्रति अच्छा नहीं है. स्कूल के शिक्षकों ने संध्या बिंदल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो स्कूल के सीनियर छात्रों को आपराधिक गतिविधियों में लगा रही हैं.
इस पूरे मामले पर जब हमने स्कूल मैनेजमेंट और प्रिंसिपल से बात की तो उनके मुताबिक रामजस स्कूल के लिए ये कोई नई बात नहीं है. हर कुछ दिन पर पेरेंट्स अपनी लॉबी बनाके उल-जुलूल मांग करते हैं और उनकी बातें न मानी जाए तो हंगामा करते हैं. संध्या बिंदल ने अपने ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोपों को खारिज किया है. प्रिंसिपल संध्या बिंदल के मुताबिक रामजस फाउंडेशन जिसके अंडर 16 स्कूल आते है, जल्द ही किसी न किसी निष्कर्ष पर पहुचेगा.
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता सड़क पर हैं लेकिन बच्चे स्कूल में हैं और उन्हें पढ़ाने का जिम्मा स्कूल के अस्थाई शिक्षकों पर है.