प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर दिल्ली सरकार ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान के तहत एक खास आयोजन करने जा रही है. इस मौके पर दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम से 75 ड्रोन उड़ाए जाएंगे, जिन पर पीएम मोदी की तस्वीर होगी.
IGIT के छात्रों ने तैयार किए खास ड्रोन
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IGIT) के छात्रों ने ये ड्रोन तैयार किए हैं. अधिकारियों के मुताबिक, 75 में से 15 ड्रोन हाई-एंड मॉडल हैं, जिन्हें तकनीकी और प्रशिक्षण शिक्षा विभाग ने विकसित किया है. इन 75 ड्रोन को दिल्ली पुलिस को सौंपा जाएगा. हर जिले को 5-5 ड्रोन दिए जाएंगे. खास बात ये है कि इन ड्रोन को चलाने की ट्रेनिंग महिला कॉन्स्टेबल्स को दी गई है, जो पीएम मोदी के जन्मदिन पर इन्हें ऑपरेट करेंगी.
सेवा पखवाड़ा के तहत होंगी 75 योजनाएं
दिल्ली सरकार ने शनिवार को ऐलान किया था कि पीएम मोदी के जन्मदिन के मौके पर सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत कई नई पहल शुरू की जाएंगी. इसमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट और अवेयरनेस पोर्टल, अंतरराज्यीय बस सेवा की शुरुआत, परिवहन मार्गों का पुनर्गठन और 100 नई बसों की शुरुआत शामिल हैं. ये सब मिलाकर कुल 75 योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए जाएंगे.
ऐसा रहा प्रधानमंत्री मोदी का सफर
गुजरात के वडनगर की गलियों से शुरुआत करने वाले मोदी ने बचपन में अपने पिता की चाय की दुकान पर हाथ बंटाया. साधारण परिवार से आने वाले इस लड़के ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन वे भारत के सबसे लंबे समय तक संवैधानिक पदों पर रहने वाले नेताओं में शुमार होंगे.
मोदी का राजनीतिक सफर साल 1987 में शुरू हुआ, जब उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संगठन सचिव के रूप में काम करना शुरू किया. यहीं से उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को गुजरात की राजनीति में मज़बूत किया. 1985 के विधानसभा चुनाव में जहां भाजपा को महज़ 11 सीटें मिली थीं, वहीं मोदी की संगठनात्मक क्षमता और चुनावी रणनीतियों की बदौलत 1995 तक पार्टी 121 सीटों के आंकड़े पर पहुंच गई.
इसके बाद उनका कद लगातार बढ़ता गया. 2001 में नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया और उन्होंने 13 साल तक इस पद पर रहते हुए कई अहम फैसले लिए. उनके नेतृत्व में गुजरात में विकास और औद्योगिकीकरण की नई नीतियां लागू हुईं. मोदी ने खुद को एक सशक्त प्रशासक और जननेता के रूप में स्थापित किया.