आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल बिजली और पानी के मुद्दे को लेकर उपवास पर बैठ गए हैं. उपवास पर बैठने से पहले केजरीवाल ने शीला सरकार और बीजेपी पर हमला बोला है.
केजरीवाल ने कहा है कि शीला बिजली कंपनियों से मिली हुई हैं. सुंदरनगरी में शुरू हुए उपवास में उनके साथ मनीष सिसौदिया, गोपाल राय ,प्रशांत भूषण, और कुमार विश्वास भी मौजूद है. सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से बिजली-पानी के बिल का भुगतान नहीं करने को कहा है.
बिजली-पानी के मुद्दे पर केजरीवाल के उपवास के दौरान उनके समर्थकों का जोश देखते ही बन रहा है. केजरीवाल समर्थकों ने इस दौरान गीत गाकर लोगों को लुभाने की कोशिश की. गाने के बोल थे 'जनता की दुश्मन बन गई शीला ताई रे'...
अनिल अंबानी की सियासत कर रही हैं शीला दीक्षित
केजरीवाल ने कहा, शीला दीक्षित अनिल अंबानी की राजनीति कर रही हैं और हम आम आदमी की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी भ्रष्टाचार की राजनीति कर रही है और हम भ्रष्टाचार के खिलाफ राजनीति कर रहे हैं.
कांग्रेस से मिली हुई है बीजेपी
केजरीवाल ने बीजेपी को भी निशाना बनाते हुये कहा कि बिजली और पानी के बिल के खिलाफ बीजेपी का आंदोलन सिर्फ चुनावी हथकंडा था और वह कांग्रेस से ही मिली हुयी है.
उन्होंने कहा, ‘लोगों पर बिलों का भुगतान करने के लिये दबाव बनाया जा रहा है क्योंकि वे अपने खिलाफ किसी कानूनी कार्रवाई से डरते हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरे अनशन का उद्देश्य अवैध बिलों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ना है.’ केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि वह बिलों का भुगतान नहीं करें. उन्होंने कहा कि अगर ज्यादा से ज्यादा लोग बिलों का भुगतान नहीं कर ‘नागरिक अवज्ञा’ आंदोलन में हिस्सा लेंगे तो सरकार और बिजली कंपनियां उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पायेंगी.
दिल्ली में बिजली की दरों में कमी की मांग कर रहे हैं केजरीवाल लेकिन इस अनशन में उन्हें अन्ना हजारे का साथ नहीं मिलेगा.
आम आदमी पार्टी को मिली मान्यता
वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को मान्यता दे दी है. दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी ने आम आदमी की परेशानी को सरकार के खिलाफ हथियार बनाने का फैसला किया है, लोगों के गुस्से को धार देते हुए पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल बिजली-पानी के बढ़े हुए बिलों के खिलाफ अनिश्तिकालीन उपवास शुरू कर रहे हैं.
23 मार्च यानी भगत सिंह के शहादत दिवस पर शुरू हो रहे इस आंदोलन का पहला चरण सुंदरनगरी में उपवास से होगा. केजरीवाल की मांग है कि दिल्ली में बिजली -पानी की कीमतें कम की जाएं. उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की है कि या तो वो बिजली और पानी का बिल न भरे, और अगर भरें भी तो सिर्फ आधा, केजरीवाल ने शीला दीक्षित सरकार पर बिजली कंपनियों से मिलीभगत का आरोप भी लगाया.
दरअसल आम आदमी पार्टी की कोशिश है कि वो खुद को दिल्ली की जनता के हक की असल पैरोकार साबित करे. आंदोलन में सरकार से कोई मांग नहीं की जाएगी बल्कि कोशिश लोगों को दिल्ली सरकार के खिलाफ और आम आदमी पार्टी के साथ खड़ा करने की है. उधर कांग्रेस और बीजेपी केजरीवाल के इस दांव से परेशान तो हैं लेकिन तवज्जो देते नहीं दिखना चाहतीं.