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प्रदर्शनकारी छात्रों से बोलीं जामिया VC, आप जो चाहते हम नहीं कर सकते

वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जो कदम उठाया है, वो छात्रों को पता है लेकिन छात्र जो चाहते हैं वो विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं कर सकता है क्योंकि यूनिवर्सिटी के अधिकारी सरकार के नौकर हैं.

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छात्रों से बात करतीं जामिया यूनिवर्सिटी की वीसी नजमा अख्तर (ANI)
छात्रों से बात करतीं जामिया यूनिवर्सिटी की वीसी नजमा अख्तर (ANI)

  • वीसी ने कहा-जामिया में अवैध रूप से घुसी पुलिस
  • FIR लिखाई गई है लेकिन पुलिस ने दर्ज नहीं की

जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की है. वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने छात्रों से बात की. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जो कदम उठाया है वो छात्रों को पता है लेकिन छात्र जो चाहते हैं वो विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं कर सकता है, क्योंकि यूनिवर्सिटी के अधिकारी सरकार के नौकर हैं. हालांकि नजमा अख्तर ने बाद में कहा कि विश्वविद्यालय में दिल्ली पुलिस अवैध रूप से घुसी थी. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस के इस कदम के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा.

प्रदर्शनकारी छात्रों से नजमा अख्तर ने कहा कि उनकी ओर से हिंसा के मुद्दे पर एफआईआर दर्ज करा दी गई है लेकिन पुलिस उनकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है. साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया है कि हम दिल्ली पुलिस के खिलाफ कोर्ट तक जाएंगे. छात्रों ने इस दौरान मांग करते हुए कहा कि उनके एग्जाम पंद्रह दिन में खत्म करें और एफआईआर वापस होनी चाहिए. वाइस चांसलर ने छात्रों की मांग मानते हुए एग्जाम की तारीख नए सिरे से जारी करने की बात कही है.

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जामिया मिल्लिया इस्लामिया में लंबी छुट्टी के बाद सोमवार को विश्वविद्यालय खुला. इसके खुलते ही छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद वीसी ने उनसे बात करने की कोशिश की. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 15 दिसंबर की रात को यहां हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. हिंसा और प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूनिवर्सिटी ने 5 जनवरी तक छुट्टी की घोषणा की थी. इस दौरान विश्वविद्यालय को परीक्षाएं भी टालती पड़ी थी.

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