दिल्ली की जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में सोमवार को छात्रों ने वाइस चांसलर के दफ्तर का घेराव किया. 15 जनवरी को यहां पर नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी और पुलिस कैंपस में घुस गई थी. इसी के विरोध में आज छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं और वीसी से जवाब मांग रहे हैं.
सोमवार को कैंपस जैसे ही खुला तो सैकड़ों छात्रों ने वाइस चांसलर नज़मा अख्तर के दफ्तर का विरोध किया और दफ्तर को घेरा. छात्रों ने यहां दिल्ली पुलिस और VC के खिलाफ नारे लगाए. यूनिवर्सिटी के कुछ शिक्षकों की ओर से छात्रों को समझाया जा रहा है लेकिन छात्र वीसी के बाहर आने पर अड़े हुए हैं.
वीसी के खिलाफ छात्र लगातार नारे लगा रहे हैं...
‘हल्ला बोल...हल्ला बोल...’
‘इंकलाब जिंदाबाद...’
‘वाइस चांसलर चुप्पी तोड़ो... वाइस चांसलर चुप्पी तोड़ो.’
क्या है छात्रों की मांग?
जामिया छात्रों की ओर से लगातार नारेबाजी हो रही है और मांग रखी जा रही है. जामिया के छात्रों की मांग है कि दिल्ली पुलिस के खिलाफ एक्शन होना चाहिए, जिन्होंने यूनिवर्सिटी में घुसकर छात्रों पर लाठीचार्ज किया था.
- दिल्ली पुलिस पर एक्शन हो, FIR दर्ज हो.
- परीक्षा की तारीखों को आगे बढ़ाया जाए.
- दिल्ली पुलिस किसके कहने पर कैंपस में आई.
- कैंपस में छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए.
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि वीसी को जवाब देना चाहिए कि दिल्ली पुलिस किससे पूछकर कैंपस के अंदर घुसी थी और छात्रों पर एक्शन लिया था. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वीसी उनके साथ बात करें और उनकी मांग मानी जाए. दिल्ली पुलिस के द्वारा जिस तरह से छात्रों को मारा गया, उसपर एक्शन होना चाहिए. मांग की जा रही है कि दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी एक्शन होना चाहिए.
Delhi: Group of students protest outside office of Jamia Millia Islamia Vice Chancellor Najma Akhtar seeking rescheduling of exam dates,registration of FIR against Police and ensuring of safety of students. pic.twitter.com/444sZ1cDzP
— ANI (@ANI) January 13, 2020
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ 15 जनवरी को जब जामिया इलाके में प्रदर्शन हो रहा था, तब यूनिवर्सिटी के पास भी सैकड़ों की संख्या में छात्र एकत्रित हुए थे. शाम को प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ हुई थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने एक्शन लिया था.
दिल्ली पुलिस ने इस दौरान कैंपस के अंदर घुसकर कुछ प्रदर्शनकारियों को पकड़ा था, लाठीचार्ज किया था. पुलिस की ओर से बयान दिया गया था कि JNU रजिस्ट्रार ने उनसे अपील की थी कि कैंपस में कुछ बाहरी लोग घुस गए हैं, इसलिए पुलिस को एक्शन लेना चाहिए. वहीं, जामिया की वाइस चांसलर ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि उनकी ओर से पुलिस को ऐसी कोई अपील नहीं की गई थी.