दिल्ली-एनसीआर में एक बार एयर क्वालिटी खराब होने पर केंद्र के पैनल ने गुरुवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत चरण 3 प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया है. दरअसल, 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार को 297 से बढ़कर शाम 4 बजे 357 पर पहुंच गया. अधिकारियों ने स्थिति को और खराब होने से रोकने के लिए चरण 3 के तहत निर्धारित प्रतिबंधों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया.
दरअसल, GRAP स्टेज 3, जिसे रविवार को रद्द कर दिया गया था, में गैर-आवश्यक निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगाया गया है. चरण 3 के तहत कक्षा V तक की कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में स्थानांतरित करना आवश्यक है. माता-पिता और छात्रों के पास जहाँ भी उपलब्ध हो, ऑनलाइन शिक्षा चुनने का विकल्प है.
इन चीजों पर भी बैन
स्टेज 3 के तहत, दिल्ली और आस-पास के एनसीआर जिलों में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल कारों (चार पहिया वाहन) का इस्तेमाल प्रतिबंधित है. विकलांग व्यक्तियों को छूट दी गई है. स्टेज 3 में दिल्ली में बीएस-IV या उससे पुराने मानकों वाले गैर-आवश्यक डीजल-संचालित मध्यम माल वाहनों पर भी प्रतिबंध है.
बता दें कि सर्दियों के दौरान, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र GRAP के तहत प्रतिबंध लागू करता है, जो वायु गुणवत्ता को चार चरणों में वर्गीकृत करता है - स्टेज I (खराब, AQI 201-300), स्टेज II (बहुत खराब, AQI 301-400), स्टेज III (गंभीर, AQI 401-450), और स्टेज IV (गंभीर प्लस, AQI 450 से ऊपर). प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियाँ, वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन, धान-पुआल जलाने, पटाखे फोड़ने और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के कारण सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक हो जाता है. डॉक्टरों का कहना है कि दिल्ली की प्रदूषित हवा में सांस लेना प्रतिदिन लगभग 10 सिगरेट पीने के बराबर है.